आतंकी संगठन अलकायदा से गहरा ताल्लुक रखने के आरोपी अब्दुल रशीद को दिल्ली पुलिस कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार को संभल लेकर आई। दरअसल, उसके पिता का गुरुवार को इंतकाल हो गया था और परिजनों ने जेल प्रशासन से आग्रह किया था कि रशीद को उसके पिता के दफीना में शामिल होने दिया जाए।
इसी के चलते यह कदम उठाया गया। रशीद को पांच साल पहले सुरक्षा एजेंसियों ने अलकायदा का इंडिया चीफ बताते हुए गिरफ्तार किया था और वह तभी से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। गुरुवार को अब्दुल रशीद उर्फ मोहम्मद आसिफ के पिता अताउर्रहमान का इंतकाल हो गया था।
परिजनों ने तिहाड़ जेल प्रशासन से गुजारिश की थी कि रशीद को उसके पिता के दफन में शामिल होने के लिए भेजा जाए। इसे जेल प्रशासन ने स्वीकार कर लिया था। हालांकि रशीद शुक्रवार को यहां पहुंचा और उसके पिता को गुरुवार को ही दफना दिया गया था। रशीद को कड़ी सुरक्षा में संभल लाया गया।
इस दौरान स्थानीय स्तर पर कई थानों की पुलिस तैनात रही। परिवार व कुछ परिचितों के अलावा उसे किसी से नहीं मिलने दिया गया। रशीद को उसके पिता की कब्र पर ले जाया गया जहां उसने मिट्टी दी। इसके बाद पुलिस उसे वापस दिल्ली लेकर रवाना हो गईं।
शुक्रवार को घर पहुंचे अब्दुल रशीद ने अपने परिवार के लोगों से मुलाकात की। इसके बाद दोपहर में पुलिस उसे कब्रिस्तान ले गई। पिता की कब्र पर पहुंचते ही वह फफक कर रो पड़ा। शाम सवा चार बजे दिल्ली पुलिस की टीम उसे साथ लेकर दिल्ली रवाना हो गई। इस दौरान मोहल्ले में जगह-जगह लोगों की भीड़ लगी रही। स्थानीय पुलिस ने भीड़ को हटवाया।
वर्ष 2015 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है आसिफ
पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक संभल के मोहल्ला दीपा सराय का रहने वाला अब्दुल रशीद उर्फ मोहम्मद आसिफ अलकायदा का इंडिया चीफ है। 16 दिसंबर 2015 को आईबी की सूचना पर उसे पकड़ा गया था। तभी से वह तिहाड़ जेल में बंद है। तभी से लगातार खुफिया एजेंसियां उसके कई लिंक पर काम कर रही है।
आतंकी संगठन अलकायदा से गहरा ताल्लुक रखने के आरोपी अब्दुल रशीद को दिल्ली पुलिस कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार को संभल लेकर आई। दरअसल, उसके पिता का गुरुवार को इंतकाल हो गया था और परिजनों ने जेल प्रशासन से आग्रह किया था कि रशीद को उसके पिता के दफीना में शामिल होने दिया जाए।
इसी के चलते यह कदम उठाया गया। रशीद को पांच साल पहले सुरक्षा एजेंसियों ने अलकायदा का इंडिया चीफ बताते हुए गिरफ्तार किया था और वह तभी से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। गुरुवार को अब्दुल रशीद उर्फ मोहम्मद आसिफ के पिता अताउर्रहमान का इंतकाल हो गया था।
परिजनों ने तिहाड़ जेल प्रशासन से गुजारिश की थी कि रशीद को उसके पिता के दफन में शामिल होने के लिए भेजा जाए। इसे जेल प्रशासन ने स्वीकार कर लिया था। हालांकि रशीद शुक्रवार को यहां पहुंचा और उसके पिता को गुरुवार को ही दफना दिया गया था। रशीद को कड़ी सुरक्षा में संभल लाया गया।
इस दौरान स्थानीय स्तर पर कई थानों की पुलिस तैनात रही। परिवार व कुछ परिचितों के अलावा उसे किसी से नहीं मिलने दिया गया। रशीद को उसके पिता की कब्र पर ले जाया गया जहां उसने मिट्टी दी। इसके बाद पुलिस उसे वापस दिल्ली लेकर रवाना हो गईं।
पिता की कब्र पर पहुंचते ही फफक कर रो पड़ा अब्दुल रशीद
शुक्रवार को घर पहुंचे अब्दुल रशीद ने अपने परिवार के लोगों से मुलाकात की। इसके बाद दोपहर में पुलिस उसे कब्रिस्तान ले गई। पिता की कब्र पर पहुंचते ही वह फफक कर रो पड़ा। शाम सवा चार बजे दिल्ली पुलिस की टीम उसे साथ लेकर दिल्ली रवाना हो गई। इस दौरान मोहल्ले में जगह-जगह लोगों की भीड़ लगी रही। स्थानीय पुलिस ने भीड़ को हटवाया।
वर्ष 2015 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है आसिफ
पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मुताबिक संभल के मोहल्ला दीपा सराय का रहने वाला अब्दुल रशीद उर्फ मोहम्मद आसिफ अलकायदा का इंडिया चीफ है। 16 दिसंबर 2015 को आईबी की सूचना पर उसे पकड़ा गया था। तभी से वह तिहाड़ जेल में बंद है। तभी से लगातार खुफिया एजेंसियां उसके कई लिंक पर काम कर रही है।