मुरादाबाद। मैरिट सूची में शहर के लड़कों के मुकाबले गांव के छोरे हावी रहे। इनता ही नहीं जिला टापर भी गांव का ही है। वहीं सूची में पूरी तरह से ग्रामीण पृष्ठ भूमि वाले छात्र ही छाए रहे। जो भविष्य के लिए अच्छे संकेत देते हैं।
गांव के लड़के भी किसी से पीछे नहीं है। बिजली, यातायात और अच्छे विद्यालयों की कमी से लगातार जूझने वाले इन बच्चों का जज्बा भी किसी से कम नहीं है। अपने आप को साबित करने की ललक उनके भी अंदर है। यह सब यूपी बोर्ड परिणाम में दिखाई दिया। टाप टेन की सूची में स्थान बनाने वाले 16 छात्रों में दस छात्र ग्रामीण क्षेत्र से हैं। इतना ही नहीं जिले का टापर अभिषेक यादव भी नाजरपुर गांव का रहने वाला है। उसके पिता का व्यवसाय खेती है। पढ़ाई के लिए कटघर क्षेत्र में कमरा किराए पर लेकर शहर में रह रहा है। वहीं, पढ़ाई में पिछड़ा माने जाने वाले कांठ के महर्षि दयानंद इंटर कालेज ने नया रिकार्ड बनाया है। टापर्स की सूची में अकेले इसी कालेज से सात छात्र छात्राएं शामिल हुए हैं।