मुरादाबाद। सत्ता की हनक में प्रशासन झुका रहा। नेताओं को देख खोल दिया गया था कलेक्ट्रेट का पूरा गेट। जहां स्कूटर और मोटरसाइकिल को भी पुलिस वाले बाहर ही रोक रहे थे वहीं सपा नेताओं की गाड़ी सीधे नामांकन कक्ष के सामने तक पहुंच गई। नामीनेशन रूम में भी बीसों कार्यकर्ता जा धमके। अफसरों ने आपत्ति जताई तो कह दिया...जानते नहीं हम किस पार्टी से हैं।
शनिवार को नामांकन प्रक्रिया का अंतिम दिन था। कलेक्ट्रेट तो किसी सियासी मेले की तरह नजर आया। भीड़ इतनी कि कौन किसके साथ यह समझना भी मुश्किल। जुलूस भी लाइन में चल रहे थे। गूंज रहे थे नारे। मेयर और सभासद उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया। नियमानुसार एक प्रत्याशी के साथ पांच लोग ही कलेक्ट्रेट में जा सकते हैं। कमिश्नरी के पास ही भीड़ को रोकने के लिए बैरियर भी लगाए गए। लेकिन शनिवार की दोपहर को उस वक्त सारे नियमों की धज्जियां उड़ गईं जब सत्ता के प्रत्याशी जुलूस लेकर पहुंचे। उनकी जीप सीधे नामीनेशन कक्ष तक आ गई। किसी की हिम्मत नहीं थी कि इन्हें रोक भी देते। इसे तो छोड़िए नामीनेशन कक्ष में भी पूरी भीड़ पहुंच गई थी। हल्ला मचता रहा। उधर जब भाजपा प्रत्याशी अपने नामांकन जुलूस को लेकर आगे बढ़े तो उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया था। कलेक्ट्रेट में दाखिल होने की कोशिश करते कार्यकर्ताओं को पुलिस वालों ने दौड़ा लिया। सत्ता के अलावा बाकी सभी प्रत्याशियों के जुलूस को लेकर पुलिस और प्रशासन ने सभी नियमों का कड़ाई के साथ पालन कराया।