मूंढापांडे। पिता की डांट से क्षुब्ध एक किशोर ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। वह दसवीं का छात्र था। सुबह से गायब किशोर का शव पूर्वाह्न में करीब ग्यारह बजे चमरौव्वा रेलवे क्रासिंग के पास मिला। किशोर की जेब से मिले सुसाइड नोट में आत्मघाती कदम की वजह साफ हो सकी। किशोर के इस कदम से गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।
थाना क्षेत्र के शिवपुरी गांव निवासी धर्मपाल का दूसरे नंबर का बेटा विश्वजीत (15) भीतखेड़ा के बालजीत इंटर कालेज में दसवीं का छात्र था। पूर्वाह्न करीब ग्यारह बजे घरवालों को इसका शव चमरौव्वा रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा होने की सूचना मिली। मूंढापांडे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा। मृतक की जेब में एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में उसने पिता की डांट से क्षुब्ध होकर सुसाइड की बात कही है।
धर्मपाल ने पुलिस को बताया कि विश्वजीत शुक्रवार की शाम अपने चाचा मुकेश के साथ मजाक कर रहा था। इसी बात पर उसने विश्वजीत को डांट दिया था। रात में तो विश्वजीत सो गया लेकिन सुबह करीब सात बजे घर से निकल गया था। ग्यारह बजे उसका शव ट्रैक पड़े होने की सूचना मिली।
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मां से दोपहर तक छिपाई गई सुसाइड की बात
मुरादाबाद। धर्मपाल के तीन लड़के व तीन लड़की थीं। दूसरे नंबर का था विश्वजीत। सुबह सात बजे वह घर से गायब हो गया। पहले तो सबने सोचा गांव में ही होगा। लेकिन दो घंटे में उसका कोई पता नहीं चला तो घरवालों को चिंता हुई। ग्यारह बजे सूचना मिलने के बाद भी मां भाग्यवती को विश्वजीत की मौत की बात नहीं बताई गई। दोपहर में जब ये संवाददाता घर पहुंचा तो भी बेसुध हालत में पड़ी भाग्यवती अपने पुत्र की राह देख रही थी। परिवार वालों ने बताया कि उसे अभी बताया नहीं गया है। उसे अहसास भी नहीं था कि विश्वजीत इस दुनिया को छोड़ गया है।