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सुल्तान की दरगाह पर परचम कुशाई
Moradabad
Updated Sun, 03 Jun 2012 12:00 PM IST
मुरादाबाद। शहंशाह-ए-मिस्र हजरत सुल्तान कुतुबउद्दीन के उर्स का कुरानख्वानी के साथ आगाज हो गया। इसमें कुरानख्वानी के बाद परचम कुशाई की गई। इसके बाद लंगर का सिलसिला चला। रात को इशा की नमाज के बाद मीलाद पाक की महफिल सजी। दूसरी तरफ पीरजादा में सैयद खुर्शीद हसन के उर्स में नातिया प्रोग्राम हुआ।
पीरगैब में बिजली लाइटों से सजी दरगाह पर सुबह फजर की नमाज के बाद कुरानख्वानी की गई। इसके बाद नज्र-ओ-नियाज का सिलसिला शुरू हो गया। करीब दस बजे सज्जादानशीन सैयद मोहम्मद अली नईम मियां चिश्ती के आवास पर परचम कुशाई की गई। इसके बाद जुलूस के रूप में अकीदतमंद दरगाह शरीफ पर पहुंचे। महफिल-ए-समां में जायरीनों ने शिरकत की। इसके बाद लंगर का एहतमाम किया गया। इसमें शाह आलम पप्पू कुद्दूसी, सैयद सलीम अली सुल्तानी, सैयद उस्मान अली, फरीद जब्बार चिश्ती, हाजी यामीन रजा, मोहम्मद सईद, गुलफाम अहमद, शमीम अहमद खां, सैयद मुनव्वर अली सुल्तानी, दिलशाद कुद्दूसी, साहबजादा गुड्डू वारसी, अफजाल हुसैनी आदि थे। दूसरी तरफ पीरजादा में न्यारियो वाली ज्यारत पर सैयद खुर्शीद हसन कादरी साबरी के उर्स में बाद नमाज फजर कुरानख्वानी हुई। बाद नमाज इशा नातिया प्रोग्राम हुआ। इसमें शायरों ने कलाम पेश किए। इसके बाद उलमा-ए-इकराम ने तकरीर की। इसके साथ ही तालिबे-इल्मों की दस्तारबंदी भी की गई। उर्स में कल चादरपोशी के साथ आखिरी कुल शरीफ होगा। इसमें नगर विकास मंत्री आजम खां भी शिरकत फरमाएंगे।
मुरादाबाद। शहंशाह-ए-मिस्र हजरत सुल्तान कुतुबउद्दीन के उर्स का कुरानख्वानी के साथ आगाज हो गया। इसमें कुरानख्वानी के बाद परचम कुशाई की गई। इसके बाद लंगर का सिलसिला चला। रात को इशा की नमाज के बाद मीलाद पाक की महफिल सजी। दूसरी तरफ पीरजादा में सैयद खुर्शीद हसन के उर्स में नातिया प्रोग्राम हुआ।
पीरगैब में बिजली लाइटों से सजी दरगाह पर सुबह फजर की नमाज के बाद कुरानख्वानी की गई। इसके बाद नज्र-ओ-नियाज का सिलसिला शुरू हो गया। करीब दस बजे सज्जादानशीन सैयद मोहम्मद अली नईम मियां चिश्ती के आवास पर परचम कुशाई की गई। इसके बाद जुलूस के रूप में अकीदतमंद दरगाह शरीफ पर पहुंचे। महफिल-ए-समां में जायरीनों ने शिरकत की। इसके बाद लंगर का एहतमाम किया गया। इसमें शाह आलम पप्पू कुद्दूसी, सैयद सलीम अली सुल्तानी, सैयद उस्मान अली, फरीद जब्बार चिश्ती, हाजी यामीन रजा, मोहम्मद सईद, गुलफाम अहमद, शमीम अहमद खां, सैयद मुनव्वर अली सुल्तानी, दिलशाद कुद्दूसी, साहबजादा गुड्डू वारसी, अफजाल हुसैनी आदि थे। दूसरी तरफ पीरजादा में न्यारियो वाली ज्यारत पर सैयद खुर्शीद हसन कादरी साबरी के उर्स में बाद नमाज फजर कुरानख्वानी हुई। बाद नमाज इशा नातिया प्रोग्राम हुआ। इसमें शायरों ने कलाम पेश किए। इसके बाद उलमा-ए-इकराम ने तकरीर की। इसके साथ ही तालिबे-इल्मों की दस्तारबंदी भी की गई। उर्स में कल चादरपोशी के साथ आखिरी कुल शरीफ होगा। इसमें नगर विकास मंत्री आजम खां भी शिरकत फरमाएंगे।