मुरादाबाद। नवीं की छात्रा गार्गी...पूर्व विधायक बलराम सैनी की इस पोती पर जो कुछ बीता वह दिनभर घरों के ड्राइंग रूम से लेकर गली और नुक्कड़ की बातों में गूंजता रहा। मासूम ने आत्महत्या से पहले अपने घरवालों को जिस साजिश की जानकारी देकर भूचाल ला दिया था उसपर तो पुलिस तफ्तीश चल ही रही है लेकिन... दोस्त, दोस्ती और बदलते जमाने पर कई सवाल लोगों की आंखों में तैर रहे हैं। गार्गी की सहेलियों में डर बैठ गया है, कई तो गुमसुम सी हो गई हैं। उसकी हमउम्र लड़कियों में भी इस घटना के बाद से घबराहट है तो परिजनों में चिंता।
गार्गी अगर अकेले न जाती तो ऐसा न होता? उसे मना कर देना चाहिए था? आखिर कौन थे वे?..जरूर जानने वाले रहे होंगे? वह शोर मचाती तो बच सकती थी? अब क्या होगा? जिस लड़की को पुलिस ने पकड़ा है क्या वह सही में ऐसा कर सकती है? तीन युवक क्या उसके दोस्त हैं या कोई और? यह चंद सवाल हैं जो आज लोगों की जुबां पर थे। दस सराय में जब गार्गी की शवयात्रा निकल रही थी तो गार्गी के व्यवहार, उसकी गंभीरता की चर्चा पड़ोसियों में थी। शव यात्रा में उसकी तीन सहेलियां भी थीं जो उसके हमउम्र थीं। उनकी आंखों में घिनौना कृत्य करने वालों के लिए जबरदस्त गुस्सा था वह नारे लगाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही थीं। वहीं शहर के अंदरूनी हिस्सों तक में महिलाओं की मीटिंग में भी इस कांड को लेकर चिंता दिखी।
स्कूल में कंडोलेंस, सब गुमसुम
मुरादाबाद। सनसनीखेज घटना जिस तरह गार्गी के साथ हुई उससे उसके एसएस चिल्ड्रेन एकेडमी का स्टाफ हतप्रभ था। दोस्त गुमसुम थे। सुबह ही दो मिनट का मौन रखने के बाद स्कूल में कंडोलेंस कर दी गई। एक दूसरे से बातों में भी गार्गी की ही यादें शामिल थीं। सहेलियों की उदासी चेहरे पर है। उनका कहना था कि इतनी बड़ी घटना भी हो सकती है यह तो सोचा भी नहीं जा सकता था।