मुरादाबाद। बिजली की अंधाधुंध कटौती ने लोगों का सुख चैन छीन लिया है। न रात को शेड्यूल के मुताबिक बत्ती मिल पा रही है और न ही दिन में। सोमवार को तो सारा दिन बिजली का आना जाना लगा रहा। वोल्टेज इतने कम कि पंखा और कूलर भी रफ्तार नहीं पकड़ पाते हैं। प्रभावित इलाकों में पानी का भी विकट संकट होने लगा है।
अपने शहर में तो बिजली आपूर्ति का पूरा शेड्यूल ही धड़ाम हो रहा है। मुख्यालय को जो रिपोर्ट भेजी जा रही है उसके मुताबिक कटौती चार घंटे की ही है लेकिन शहर को बत्ती मिल कितनी रही है यह कोई शहर के लोगों से पूछे। न दिन को पूरी बत्ती आ रही है और न ही रात को। वोल्टेज तो इतने कम रहते हैं कि पंखा भी सही से घूम नहीं पाता। मंगलवार को भी शहर के कई इलाकों में यह स्थिति रही। सुबह को कई दफा बिजली गुल हुई। दोपहर को भी बिजली का आना जाना लगा रहा। रात को हालात और खराब हो जाते हैं। सोमवार की रात को तो कई दफा बिजली गायब हुई। अब बत्ती जाते ही खुल जाती है लोगों की नींद। बिजली का इंतजार मकान की छतों पर टहलकर किया जाता है। बिजली कब आएगी। कितनी देर का कट है। इन सवालों का जवाब जानने के लिए अगर बिजली घर को फोन लगाया जाता है तो कोई फोन उठाता ही नहीं। स्थिति यह है कि बिजली अफसरों के फोन भी कटौती के वक्त नहीं उठते हैं। इस प्रकार की शिकायतें तो प्रशासन तक भी पहुंचने लगी हैं। उधर जिलाधिकारी डा. हरिओम ने भी आपूर्ति में सुधार का प्रस्ताव बनाकर बिजली मुख्यालय को भेजा है।