मुरादाबाद। पेट्रोल की कीमत में इजाफा होने से अधिवक्ता भड़क उठे हैं। हालांकि मूल्य वृद्धि का मामला बार की शुक्रवार की मीटिंग में उठना तय हुआ था लेकिन अधिवक्ताओं के गुस्से को देखते हुए बार ने गुरुवार को ही आपात बैठक कॉल की। जिसमें बार पदाधिकारी और तमाम अधिवक्ता उपस्थित रहे। मूल्य वृद्धि को सरासर गलत बताते हुए अधिवक्ताओं ने कचहरी में जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पर डीएम चैंबर के बाहर धरना देकर नारेबाजी की। इसके बाद मूल्य वृद्धि वापस लेने के संदर्भ में अधिवक्ताओं ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
गुरुवार को पूर्वाह्न करीब साढ़े ग्यारह बजे कचहरी परिसर स्थित बार सभागार में अधिवक्ता इकट्ठा हुए। यहां से द बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी के अध्यक्ष प्रेम सिंह और सचिव प्रदीप सिन्हा की अगुवाई में अधिवक्ता जुलूस की शक्ल में कचहरी में घूमे और कलेक्ट्रेट में डीएम कक्ष के बाहर पहुंचकर धरने पर बैठ गए। पेट्रोल मूल्य वृद्धि से नाराज अधिवक्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। अधिवक्ताओं ने कहा कि पेट्रोल की कीमतें बढ़ाकर सरकार ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। अधिवक्ताआें ने जोर देकर कहा है कि सरकार ने तुरंत पेट्रोल की मूल्य वृद्धि वापस नहीं ली तो उसे खामियाजा भुगतना पड़ेेगा। इस दौरान हरपाल सिंह चौहान, संजीव राघव, अनुज कुमार विश्नोई, अनिल यादव, वीरेंद्र शर्मा, शाकिर अली, सुरेश चंद्र गुप्ता, राजीव चौहान, अभिषेक भटनागर आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।