मुरादाबाद। गोविंद नगर वालों को सुरक्षित रास्ता देने की कवायद रंग लाने लगी है। मंगलवार को निकली इंजीनियरों की टीम ने साइट विजिट करने के बाद तय किया कि यहां अंडरपास बनाया जा सकता है। संभावित लागत पांच करोड़ आंकी गई है। इसका निर्माण ‘एस शेप’ में होगा। खास बात यह है कि अब तक जो लाइन किनारे के मकान तोड़ने की बात की जा रही थी अब उसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। जो डिजाइन बनाया जा रहा है उसके मुताबिक एक मकान के बाहर बने कमरे का थोड़ा सा हिस्सा गिराया जा सकता है।
गोविंदनगर में अंडरपास या ओवरपास। इसे लेकर अरसे से जद्दोजहद चली आ रही है। शासन की टीम भी पिछले सप्ताह सर्वे करने पहुंची थी। लखनऊ से आए अफसरों ने मौके का डिजाइन भी बनाया। मंगलवार को डिवीजनल इंजीनियर रेलवे, चीफ इंजीनियर नगर निगम, चीफ टाउन प्लानर, प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता, ब्रिज कारपोरेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर और पीडब्लूडी के इंजीनियर की टीम साइट विजिट करने पहुंची। एडीएम सिटी हरिकृष्ण नाथ त्रिपाठी की अगुवाई में पहुंची इस टीम ने करीब एक घंटे तक सभी संभावनाओं को ढूंढा। मैराथन मंथन के बाद जो रिपोर्ट आई उसके मुताबिक यहां अंडरपास का निर्माण कराया जा सकता है। जिलाधिकारी डा. हरिओम को एडीएम सिटी ने जो रिपोर्ट दी है उसके मुताबिक ‘एस शेप’ में अंडरपास बनेगा। तकरीबन पांच करोड़ की लागत इस पर आएगी। लाइनों के किनारे किसी मकान को तोड़ने की भी कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। अफसरों के पहुंचने की सूचना पाकर शहर विधायक यूसुफ अंसारी भी यहां आ गए थे। गोविंद नगर वालों की भीड़ लगी रही।