मुरादाबाद। शहर में तमाम लोगों तक फर्जी राशन कार्ड पहुंच गए हैं। यह कार्ड आपूर्ति विभाग के रिकार्ड में कहीं नहीं है लेकिन हर महीने इन पर राशन लिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने जिले भर में सत्यापन कराने का आदेश दिया है। वह दुकानें जांच के दायरे में आएंगी जहां कार्ड सबसे ज्यादा हैं।
राशन में ‘खेल’ के मामले कई दफा प्रकाश में आ चुके हैं। जाली राशन कार्ड पहले भी पकड़े जा चुके हैं। हालांकि सत्यापन पहले भी कराया गया लेकिन कुछ दिन की दौड़भाग के बाद अभियान खामोश हो जाता है। अब फिर फर्जी कार्ड के मामले गूंजने लगे हैं। जिलाधिकारी डा. हरिओम तक शिकायतें पहुंच रही हैं। मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने आपूर्ति विभाग के अफसरों से कहा कि वह अभियान चलाकर सत्यापन कराएं। शहरी क्षेत्र में कुल 375 राशन की दुकानें हैं। इनमें से सबसे ज्यादा यूनिट वाली दुकानों का चिन्हीकरण करके चेकिंग कराई जाएगी। लोगों के घरों पर टीम भेजकर जांच कराई जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में लेखपाल, कानूनगो तथा खाद्य एवं रसद विभाग के लिपिक भी टीम बनाकर चेकिंग कराएंगे। डीएम ने साफ कहा कि जिस तरह से शिकायतें आ रही हैं उससे लगता है कि शहर में राशन प्रणाली बुरी तरह से लड़खड़ाई हुई है। राशन की दुकानों पर चेकिंग तक नहीं होती। उन्होंने साफ कहा कि अगर कहीं विभागीय लोगों की शिकायत सामने आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।