मुरादाबाद। रामपुर से लौट रहे पूर्व राष्ट्रपति का काफिला अचानक मूंढापांडे में हाईवे किनारे फौजी ढाबे पर पहुंचकर रुक गया। यहां कलाम ने चाय बनवाकर पी। चालीस चाय बनी थीं। मिसाइल मैन को फीकी चाय दी गई। करीब बीस मिनट वह इस ढाबे पर रुके। इस दौरान उन्हें देखने वालों की भीड़ लग गई।
इच्छा ढाबे पर चाय पीने की थी। गाड़ी में बैठे सिक्योरिटी आफिसर से कहा कि किसी ऐसे ढाबे पर गाड़ी रुकवाना जहां भीड़भाड़ न हो। लिहाजा हाईवे किनारे भदासना के पास फौजी ढाबे पर काफिला रुक गया। एक साथ इतनी वीआईपी गाड़ियों को देख ढाबे पर मौजूद लोग भी बेचैन हो गए। लेकिन जब उन्हें पता चला कि वहां पूर्व राष्ट्रपति कलाम आए हैं तो सभी उन्हें देखने के लिए करीब जाने लगे। लेकिन पुलिस ने रोक दिया था। आर्डर हुआ चाय का। एक चाय फीकी बनी और 40 मीठी। कलाम ने फीकी चाय पी। मेरी गोल्ड के बिस्कुट भी खाए। कलाम के ढाबे पर होने की सूचना कुछ ही देर में आसपास के इलाकों तक पहुंच गई थी। जिसने भी सुना वही दौड़ पड़ा। एक बार को तो हाईवे से गुजर रहा ट्रैफिक भी थम गया था। ढाबा मालिक विनोद कुमार की खुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा। कहने लगा, इतने बड़े ओहदे पर बैठने कलाम साहब वाकई बहुत साधारण हैं।