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मुरादाबाद। महामाया योजना में बड़ी जालसाजी का खुलासा होने से हड़कंप मचा रहा। बैंक में जमा इस स्कीम के पैसे को समाज कल्याण अधिकारी का फर्जी आदेश बनाकर निकाला गया। प्रथमा बैंक की पाठकपुर शाखा में हुई इस गड़बड़ी का खुलासा अमर उजाला ने किया। जब हल्ला मचा तो विभागीय अफसरों ने भी रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी। पुलिस ने शाखा प्रबंधक समेत तीन के खिलाफ एफआईआर लिख ली है।
दरअसल बैंकों में जमा इस योजना के पैसा आहरण पर उस वक्त रोक लगाई गई जब तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी ने इस स्कीम के पैसे को अपने प्राइवेट खाते में ट्रांसफर कर लिया था। सभी खातों की जांच कराई जा रही थी। बारह अप्रैल को एक व्यक्ति समाज कल्याण अधिकारी के हस्ताक्षर का फर्जी आदेश लेकर प्रथमा बैंक की पाठकपुर शाखा में पहुंचा। इस पत्र मेें लिखा था कि महामाया योजना की जो रकम खाते में जमा है उसे विभाग को ट्रांसफर कर दिया जाए। बैंक ने भी 13 अप्रैल को चेक बनाकर रिसीव करा दिया था। बाद में यह चेक एक्सिस बैंक में जमा कराया गया। मां दुर्गा महिला उत्थान समिति के नाम से खुले खाते में यह रकम पहुंची थी। अपर जिला विकास अधिकारी अवधेश कुमार सिंह ने इस जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराने के लिए बहजोई थाने में तहरीर दी। पुलिस ने उनकी तहरीर पर शाखा प्रबंधक प्रथमा बैंक, महादुर्गा महिला उत्थान समिति रम्पुरा बहजोई और अवनीश कुमार के खिलाफ एफआईआर लिख ली गई है। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
चेक हो रहे सभी योजनाओं के खाते
मुरादाबाद। महामाया योजना में जालसाजी का खुलासा होने के बाद दूसरी स्कीमों का बजट भी चेक कराया जाने लगा है। जांच के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। इस बैंक में दूसरी स्कीमों का भी पैसा था जिस पर विभाग ने बैैंक वालों से लिखित में ले लिया है।