मुरादाबाद। आपाधापी भरी जिंदगी के चलते लोगों पर कैंसर पर फंदा कसता चला जा रहा है। अधिकांश मामले फेफड़ों में कैंसर के हैं। महिलाआें में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बेहद तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके लिए काफी हद तक लोगों का खानपान और लाइफ स्टाइल जिम्मेदार है।
आईएमए के सभागार में आईएमए सीजीपी की ओर से आयोजित एक सीएमई में कैंसर सर्जन डा. अजय अग्रवाल ने कहा कि कैंसर वाकई बहुत तेजी से बढ़ रहा है। फेफड़ों में कैंसर के सबसे ज्यादा मामले प्रकाश में आ रहे हैं। वहीं महिलाएं तेजी से ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो रही हैं। डा. अग्रवाल ने कहा कि तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन कैंसर को न्योता देता है। इसके अतिरिक्त खाने में मिलावट, जंक फूड, माइक्रोवेव में बना खाना, पालीथिन में पैक कर लाया गया खाना भी कैंसर को निमंत्रण दे सकते हैं। कैंसर के मुख्य लक्षण बताते हुए डा. अग्रवाल ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को कहीं भी कोई गांठ है, जख्म है जो भर नहीं रहा, खाना निगलने में दिक्कत हो रही है, नाक, मुंह या अन्य किसी भी रास्ते से खून आ रहा है, वजन तेजी से कम हो रहा है, खांसी है तो यह कैंसर के लक्षण के हो सकते हैं। लोगों को तुरंत जांच करानी चाहिए। सीने में लगातार दर्द रहने पर भी जांच कराना जरूरी है। डाक्टर ने कहा कि सांस फूलना भी इसका एक लक्षण है। सीएमई में सर गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली से आए प्लास्टिक सर्जन डा. विवेक कुमार ने प्लास्टिक सर्जरी के विषयों पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि अब प्लास्टिक सर्जरी के जरिए लोग अपना रूप सुधार सकते हैं और गंजे लोगों के सिर पर बाल भी उग सकते हैं। सीएमई में मुख्य अतिथि इनकम टैक्स कमिश्नर डा. रमेश कुमार थे। गोष्ठी में आईएमए अध्यक्ष डा. नितिन बत्रा, आईएमए सेक्रेटरी डा. एसके गुप्ता, डा. एके सिंह, डा. इंदीवर उपाध्याय, डा. रवि मंगल, डा. विनय गुप्ता, डा. सुनील कुमार, डा. गौरव कुमार, डा. प्रीति गुप्ता, डा. सुजीत, डा. राममोहन अग्रवाल आदि उपस्थित थे।