मुरादाबाद। क्लीनिक पर अटपटे बोर्ड के चलते फेसबुक पर बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीके खन्ना की अच्छी भली फजीहत के बाद हरकत में आए आईएमए ने एक इमरजेंसी मीटिंग कॉल कर प्रस्ताव पास किया है कि कोई भी डाक्टर अपने क्लीनिक पर इमरजेंसी सेवा नहीं करने संबंधी बोर्ड नहीं लगाएंगे। रात में इमरजेंसी मरीज देखने से इंकार करने को आईएमए ने मानवीय दृष्टि से गलत भी माना है।
गांधीनगर में प्रैक्टिस करने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीके खन्ना की पिछले दिनों एक व्यक्ति ने फेसबुक पर डीएम से शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने एफबी पर एक बोर्ड का फोटो टैग किया था जिसमें डा. खन्ना के हवाले लिखा था कि ्‘दस बजे रात से सात बजे सुबह तक इमरजेंसी सेवा नहीं कर पाऊंगा’। डीएम ने सीएमओ को मामले की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। जिस पर सीएमओ ने आईएमए से जवाब मांगा था। आईएमए के सचिव डा. एसके गुप्ता ने बताया कि इस प्रकरण को लेकर आईएमए की एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें प्रस्ताव पास हुआ कि डाक्टराें को ऐसे बोर्ड लगाने से बचना चाहिए।
आईएमए सचिव का दावा है कि डा. खन्ना के प्रकरण में शिकायतकर्ता द्वारा माफी मांगने और शिकायत वापस ले लेने के बाद जवाब सीएमओ को भेज दिया गया है। उधर डा. खन्ना ने भी अपने क्लीनिक से इस अटपटे बोर्ड को उतार दिया है। हालांकि उनके पर्चे पर अभी भी साफ अक्षरों में अंकित है कि रात दस बजे के बाद नंबर बिलकुल नहीं लगेगा और रात दस से सुबह सात बजे तक रात्रिकालीन सेवा बंद है। वहीं शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्हाेंने कोई माफी नहीं मांगी बल्कि डाक्टर के अनुरोध करने और रात में भी इमरजेंसी मरीज देखने के आश्वासन पर शिकायत वापस ली है।