मुरादाबाद। अंडरपास के मुद्दे पर लंबा मंथन चला। निर्माण के तकनीकी पहलुओं से लेकर बजट जुटाने तक पर चरचा की गई। यहां तय हुआ कि एक कमेटी स्थलीय निरीक्षण करने के बाद सभी बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट देगी। पच्चीस मई तक प्रस्ताव फाइनल होगा और छब्बीस मई को फिर सभी अधिकारी बैठक करेंगे। इस कमेटी की रिपोर्ट पर आगे की कवायद शुरू की जाएगी।
सोमवार को होने वाली मीटिंग पर गोविंद नगर वालों की निगाह तो थी ही शहर के दूसरे लोग भी बैठक का मसौदा जानना चाहते थे। अंडरपास की लड़ाई लड़ रहे कई संगठन बैठक में भले ही शरीक नहीं हुए लेकिन जिलाधिकारी आवास पर अंत तक जमे रहे। शाम को मीटिंग स्टार्ट हुई। यहां जिलाधिकारी डा. हरिओम ने स्थलीय निरीक्षण करके प्रस्ताव बनाने को एक कमेटी बना दी है। इस कमेटी में रेलवे के डिवीजन इंजीनियर, प्राधिकरण के टाउन प्लानर, नगर निगम के चीफ इंजीनियर, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग, एसपी सिटी और एडीएम सिटी को रखा गया है। यह कमेटी स्थलीय निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट देगी। पच्चीस मई से पहले कमेटी को अपनी रिपोर्ट तैयार करनी होगी। क्योंकि छब्बीस मई को फिर अधिकारी जुटेंगे और तैयार की गई रिपोर्ट पर चरचा होगी।
इन बिंदुओं पर तैयार होगी रिपोर्ट
1- अंडरपास की फिजिविलिटी
2- कितनी जगह चाहिए होगी
3- अंडरपास बन सकता है या ओवरपास
4- कुल कितनी लागत आएगी
5- लाइनों किनारे कितना अवैध निर्माण है
6- कितनी लंबाई और कितनी चौड़ाई होगी
7- निर्माण को लेकर क्या समस्याएं आ सकती हैं
8- किस तरह से आने वाली दिक्कतों का समाधान होगा