मुरादाबाद। वाणिज्य कर में काम के बोझ तले दबे कर्मचारियों का बोझ कम किया जाएगा। अब उनको देर रात तक विभाग में रहकर काम नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि, उनके सहयोग और बोझ को कम करने के लिए पहली बार विभाग में कर्मचारी संविदा पर रखे जाएंगे। कारण, नई नियुक्तियां विगत कई वर्षो से बंद हैं और हर माह रिटायर होने वालों की संख्या बढ़ रही है तो स्वाभाविक तौर पर कर्मचारियों की संख्या में कमी भी हो रही है।
गौरतलब है कि दिन-प्रतिदिन कर्मचारियों की संख्या घट रही है लेकिन, नई नियुक्ति नहीं हो रही। परिणाम स्वरूप कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ते ही जा रहा है। काम को बोझ बढ़ने के कारण कर्मचारी लगातार बीमार पड़ते जा रहे हैं और उनको सुविधाएं भी नहीं मिल रही है। बिजली चले जाने पर उनको अंधेरे में बैठकर कर काम करना पड़ रहा है। लिहाजा, कर्मचारियों की लगातार मांग कर्मचारी बढ़ाने की रही है। लेकिन, नई नियुक्तियां न होने के कारण कर्मचारी विभाग में बढ़ाया जाना संभव नहीं है।
इसलिए जब तक नई नियुक्तियों के द्वारा कर्मचारियों को बढ़ाया नहीं जाता तब तक रिटायर कर्मचारियों को यदि वे स्वेच्छा से चाहते हैं तब नियुक्त किया जाएगा एक नियत वेतन पर। साथ ही संविदा कर्मियों की भी नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर काफी गहनता मंत्रणा हो रही है। वहां से हरी झण्डी मिलते ही इसका शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। विभाग सबसे पहले रिटायर कर्मचारियों को ही वरीयता इसलिए देना चाहता है क्योंकि, उनको काम बताने और समझाने की जरूरत नहीं है जबकि नए को सिखाना पड़ेगा।
मुरादाबाद। वाणिज्य कर में काम के बोझ तले दबे कर्मचारियों का बोझ कम किया जाएगा। अब उनको देर रात तक विभाग में रहकर काम नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि, उनके सहयोग और बोझ को कम करने के लिए पहली बार विभाग में कर्मचारी संविदा पर रखे जाएंगे। कारण, नई नियुक्तियां विगत कई वर्षो से बंद हैं और हर माह रिटायर होने वालों की संख्या बढ़ रही है तो स्वाभाविक तौर पर कर्मचारियों की संख्या में कमी भी हो रही है।
गौरतलब है कि दिन-प्रतिदिन कर्मचारियों की संख्या घट रही है लेकिन, नई नियुक्ति नहीं हो रही। परिणाम स्वरूप कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ते ही जा रहा है। काम को बोझ बढ़ने के कारण कर्मचारी लगातार बीमार पड़ते जा रहे हैं और उनको सुविधाएं भी नहीं मिल रही है। बिजली चले जाने पर उनको अंधेरे में बैठकर कर काम करना पड़ रहा है। लिहाजा, कर्मचारियों की लगातार मांग कर्मचारी बढ़ाने की रही है। लेकिन, नई नियुक्तियां न होने के कारण कर्मचारी विभाग में बढ़ाया जाना संभव नहीं है।
इसलिए जब तक नई नियुक्तियों के द्वारा कर्मचारियों को बढ़ाया नहीं जाता तब तक रिटायर कर्मचारियों को यदि वे स्वेच्छा से चाहते हैं तब नियुक्त किया जाएगा एक नियत वेतन पर। साथ ही संविदा कर्मियों की भी नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर काफी गहनता मंत्रणा हो रही है। वहां से हरी झण्डी मिलते ही इसका शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। विभाग सबसे पहले रिटायर कर्मचारियों को ही वरीयता इसलिए देना चाहता है क्योंकि, उनको काम बताने और समझाने की जरूरत नहीं है जबकि नए को सिखाना पड़ेगा।