चील्ह (मिर्जापुर)। बल्ली परवा नाव हादसे में लापता पांचों लोगों के शव शुक्रवार को मिल गए। सभी लाशें भोगांव और डेंगुरपट्टी के पास उतराए पाए गए। इस तरह मरने वालों की संख्या 11 पहुंच गई है।
बता दें, गंगा पुजाई के दौरान गुरुवार को इलाहाबाद के सोरांव गांव और मिर्जापुर के सेमरा बेसुखिया गांव के ढाई दर्जन लोगों से लदी नाव गुरुवार की सुबह गंगा में डूब गई थी। इसमें छह की लाशें मिल गई थीं और पांच लोग लापता हो गए थे। डूबे लोगों की तलाश में पीएसी की फ्लड कंपनी के गोताखोर सुबह से ही महाजाल लेकर खोजने में जुट गए थे। आसपास के गांवों के अच्छे तैराक अपने स्तर से शवों को खोजते रहे। दोपहर में भोगांव व पचोरा गांव के बीच गंगा में सभी पांच लोगों के शव उतराए मिल गए। भोगांव में गप्पू उर्फ अभिषेक मिश्रा, देवकती, उपासना पुत्री रविंद्र दुबे और प्रवेश उर्फ टुनटुन (22) पुत्र स्वर्गीय राजाराम दलित की लाशें मिलीं। वहीं नेवढ़िया घाट के सामने पचोरा गांव के समीप बीना (17) का शव मिला है। इसके बाद पुलिस ने शवों को पानी से बाहर निकाल कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इन्हें खोजने के लिए पीएसी के जवान देर शाम तक डटे थे। सेमरा बैसुखिया गांव के लोगों से भरी नाव के बल्ली परवा में डूबने के बाद से ही आसपास के करीब एक दर्जन गांवों के लोग शोक में डूबे रहे। वहीं कुछ मल्लाह नाव लेकर बल्ली परवा से लेकर भटौली घाट तक लापता लोगों को गंगा की लहरों के बीच तलाशते रहे। एसओ चील्ह मातादीन कनौजिया पीएसी फ्लड टीम के साथ डटे थे।