विंध्याचल। बनवारीपुर बिंद घाट गंगा दशहरा की शाम को गंगा में अलौकिक नजारे का साक्षी बना। जहां आकाशगंगा के सितारे आज मां जाह्नवी की धारा में अठखेलियां कर रहे थे। जिधर नजर जाती थी गंगा में टिमटिमाते प्रकाशपुंजों की अलौकिक छटा ही दिख रही थी। फूलों से सजी 51 नौकाओं से छोड़े गए 5100 दीपों की अद्भुत छटा को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ शाम से गंगा तट पर जुट गई थी। कार्यक्रम को लेकर लोगों में खासा उत्साह था।
जय मां विंध्यवासिनी सेवा समिति के तत्वावधान में गंगा दशहरा के पावन अवसर पर शिवपुर स्थित बनवारीपुर बिंद घाट पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। वाराणसी से आए पंडित विपुल दूबे ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच घाट पर नंदी की स्थापना कराई। समिति पदाधिकारियों ने विपुल दूबे एवं जगन्नाथ पंडा के आचार्यत्व में घाट स्थित मंदिर में मां गंगा की प्रतिमा की आरती की। इस अवसर पर गंगा के पावन जल में गंगा, जमुना, सरस्वती की मनोहारी झांकियां भी सजाई गई थी, जो एक अद्भुत छटा बिखेर रही थी। इस अवसर पर फूलाें से सजी 51 नौकाओं में बैठकर नर-नारियों ने गंगा में 51 सौ दीप प्रवाहित किया। गंगा में तैर रहे दीपों की अलौकिक छटा देखते ही बन रही थी। मां गंगा की भव्य आरती कोलकाता से आए पुरषोत्तम गड़ोरिया ने कराई। कार्यक्रम के अंत में भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान व्यवस्थापक शंकर बिंद, अखिलेश्वरपति त्रिपाठी, राजन दूबे, ओम प्रकाश बिंद, हरिश्चंद्र बिंद, दिनेश्वरपति त्रिपाठी, रंगीले बिंद, सुरेश बिंद, हाकिम भाई, सुनील कुमार बिंद, राम लखन बिंद सहित बड़ी संख्या में आसपास के लोग उपस्थित रहीं।