राजगढ़। वध के लिए जंगल के रास्ते बिहार ले जाए जा रहे 57 पशुओं को पुलिस ने मंगलवार को विशुनपुरा मटिहानी गांव के पास घेराबंदी कर पकड़ लिया जबकि पशु तस्कर पुलिस को चकमा देकर भाग निकलने में कामयाब हो गए। बाद में दबिश देकर पुलिस ने दोनों पशु तस्करों को दबोच लिया। पकड़े गए सभी पशुआें को पुलिस ने गांव निवासी एक युवक को सौंप दिया है।
पशु तस्कर करीब पांच दर्जन पशुओं को लेकर मडि़हान थाना क्षेत्र के ददरा पहाड़ी नहर से मटिहानी, सेमरी गांव, पेंसिल की दरी, चौखड़ा चंदनपुर खोरा डीह होते सुकृत के रास्ते बिहार जा रहे थे। मंगलवार को अपराह्न मडि़हान थानाध्यक्ष अंजनी कुमार मिश्रा को मुखबिर से सूचना मिली की दो पशु तस्कर 57 पशुओं को जंगल के रास्ते बिहार ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने मय फोर्स मटिहानी जंगल में पहुंचकर घेराबंदी कर ली। पुलिस की भनक लगते ही तस्कर पशुओं को छोड़कर भाग निकले । मौके पर पहुंची पुलिस के हाथ केवल 57 पशु ही लगे। पकड़े गए पशुओं में 21बैल, 28 गाय तथा 08 बछड़े शामिल थे। बाद में दबिश देकर पुलिस ने दोनों पशु तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए पशु तस्कराें में भगवान दास सोनकर पुत्र लालजी व बारीलाल सोनकर पुत्र भगवानदास निवासी ददरा पहाड़ी गांव के बताए जा रहे है। उनके विरुद्ध पशुक्रूरता एवं गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार ज्यादातर पशु तस्कर अब जंगल के समीप के गांवाें में बसने वाले कुछ ग्रामीणाें को फांसकर उनसे पशुओं को जंगल के बाहर तक पहुंचवाते हैं ताकि पुलिस को वह चकमा दे सके। बताते चलें कि तीन वर्ष पहले जंगल में पशु तस्करों द्वारा दो सिपाहियाें की हत्या कर दी गई थी।