मिर्जापुर। कंतित शरीफ के सालाना उर्स मुबारक के तीसरे दिन जायरीनों के जत्थे के आने का सिलसिला अनवरत जारी रहा। हजरत ख्वाजा सैय्यद इस्माईल चिश्ती की दरगाह पर मंगलवार की सुबह से देर शाम तक चादर चढ़ाने और मन्नत मांगने वालों का तांता लगा रहा। उर्स के तीसरे दिन पूरे पूर्वांचल से आए हजारों जायरीनों ने दरगाह में अकीदत का इजहार किया। तपती दोपहरिया में भी दूर-दराज से जायरीनों के आने का क्रम जारी था।
कंतित शरीफ के विशाल मेला परिसर में सब्ज रंग के झंडे लगी गाडि़यों की आवाजाही बराबर जारी रही। मंगलवार की देर रात तक माहौल में सिर्फ अल्लाह और हक अल्लाह की सदाएं गूंजती रही। बाबा की दरगाह पर चादर चढ़ाने का सिलसिला सुबह से लेकर देर रात तक अनवरत जारी रहा। कंतित उर्स मुबारक के दौरान जायरीनों की खिदमत और सवाब की गरज से लंगरों का दौर भी चलता रहा। कंतित शरीफ के पावन दरबार में जब नमाज के बाद दुआ के लिए हाथ उठे तो आमीन की सदाएं फिजां में गूंज गई। रात्रि के समय मेला परिसर में जगमगाती लाइटों के बीच दूर-दराज से आए जायरीनों की भीड़ लगातार बनी रही। मेले में लगी पकौड़ी, पराठा, बिस्कुट, शर्बत, आदि की दुकानाें पर ग्राहक भी जुटते रहे। बच्चों ने झूलों पर झूलकर मेले का आनंद उठाया। मेले में उमड़ रही जायरीनों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था और चौकस कर दी गई थी। गर्मी की वजह से जायरीनों को कोई असुविधा न हो इसके लिए विभिन्न संस्थाओं की ओर से पानी पिलाने के लिए प्याऊ की व्यवस्था की गई थी।