मिर्जापुर। पेट्रोल मूल्यवृद्धि को लेकर आंदोलित भाजपा और भाकपा ने पेट्रोलियम मंत्री व प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पेट्रोलियम मंत्री की शवयात्रा निकाल कर विरोध जताया। इसके बाद भाजपाइयों ने गुड़हट्टी चौराहे पर पेट्रोलियम मंत्री का पुतला फूंक कर सरकार विरोधी नारेबाजी की। इस मौके पर वक्ताओं ने बढ़ी कीमत को तत्काल वापस लेने की मांग की।
पुतला फूंकने के बाद भाजपा के नवनियुक्त जिला संयोजक दिनेश तिवारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार को नैतिक रूप से महंगाई की जिम्मेदारी लेते हुए राष्ट्रपति से लोकसभा भंग करने की सिफारिश करनी चाहिए। पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा कि पेट्रोल के दाम में इजाफा करके सरकार ने आम जनता के जीवन से खिलवाड़ किया है, जो किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तीर्थ पुरोहित रत्नाकर मिश्र ने सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि पेट्रोल मूल्यवृद्धि के कारण माल भाड़ा में भी भारी इजाफा होगी, जिससे तमाम प्रकार की गृहपयोगी वस्तुओं के दाम भी आसमान छूने लगेंगे। इस दौरान ओमकार यादव, अनिल सिंह, श्याम सुंदर केशरी, निर्मला राय, सुषमा पांडेय, नीरु, रामकुमार तिवारी, द्वारका साहू, शिवकुमार पटेल, राधेश्याम गुप्त, अखिलेश अग्रहरि, मनमोहन गर्ग, आलोक मालवीय, गोवर्द्घन यादव, कौशल श्रीवास्तव, प्रीतम केशरवानी, अजय अग्रहरि, मृत्युंजय त्रिपाठी, अलंकार जायसवाल, सतीश केशरवानी, राज नारायण यादव डा. कृपा यादव, गणेश ऊमर, सतीश चंद्र, अर्जुन साहू आदि उपस्थित रहे।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल की कीमतों की वृद्धि के विरोध में घंटाघर चौराहे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला दहन कर विरोध जताया। जिलाध्यक्ष आशाराम भारती ने कहा कि केंद्र सरकार ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। अब आम आदमी का धैर्य जवाब दे गया है। कीमतों में लगातार गिरावट के चलते, तेल कंपनियाें घाटा बता रही हैं। इसके लिए जिम्मेदार कौन है । उन्होंने कहा कि अमेरिकी दबाव के चलते ईरान से तेल आयात को लगातार घटाया जा रहा है। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। जनता से कर के रूप में वसूले गए धन को देश में नेताओं, अफसरों व घोटालेबाजों द्वारा पचाया जा रहा है। इस अवसर पर बासु खान, शम्स तबरेज, राम बाबू, कृष्णा नंद निषाद, प्रदीप कुमार, बब्लू दूबे, बलमु निषाद, चंगल निषाद आदि उपस्थित रहे। यह जानकारी ओम प्रकाश सिंह ने दी।