संतकबीरनगर। खलीलाबाद से सटे उत्तर बाईपास के पास स्थित छोटकी सरौली गांव में मृतक हुबिया देवी के पति लालसा के घर सन्नाटा पसरा हुआ है। नातेदार और रिश्तेदार उसके घर पहुुंच कर हुबिया देवी के इकलौते बेटे दिनेश की पत्नी को समझाने में लगे हैं। वहीं घटना का पता लगते ही दिनेश अपने बूढ़े बाप लालसा के साथ विंध्याचल को निकल गया। मिर्जापुर कोतवाली में दिनेश ने अपनी मां हुबिया देवी, बच्चे धीरज(9), गुलशन (7) और नीलम (5) की रंजिशन हत्या का आरोप लगाया है।
सरौली गांव निवासी इंदर गुप्त पुत्र मगन गुप्त ने नई टाटा 1109 एचएक्स 2 खरीदा तो नए वाहन से पहली यात्रा विंध्याचल करने की बात कही। गांव के 40-50 लोग विंध्याचल जाने को इंदर के साथ तैयार हो गए। जिसमें लालसा की पत्नी हुबिया देवी (62) अपने इकलौते बेटे दिनेश के बडे़ बेटे नीरज को उसकी मां के पास घर छोड़ कर शेष बच्चे धीरज, गुलशन, नीलम को लेकर विंध्यवासिनी माता का दर्शन करने यात्री दल के साथ हो लीं। विंध्याचल पहुंचकर नहाने उतरे यात्रियों में से कब और कैसे हुबिया देवी और उसके पोते धीरज, गुलशन और पोती नीलम गायब हो गए, इसका पता नहीं चला। यात्री दल के लोग दर्शन करके टाटा वाहन के पास लौट आए। गांव के लोगों ने बताया कि विंध्याचल में प्रतीक्षा के बाद जब ये लोग नहीं मिले तो वाहन मालिक इंदर व गोविंद निवासी सरौली और ओनिया निवासी राजाराम वहीं रुक गए। शनिवार को गाड़ी के वापस लौटने के बाद दिनेश, उसके ससुर और उसके पिता लालसा हुबिया देवी और बच्चे का फोटो लेकर विंध्याचल गए। मासूम बच्चों की माता सुुनीता को अभी भी उम्मीद है कि उसके बच्चे और सास वापस जरूर लौटेंगे। दिनेश की पत्नी सुनीता को बच्चों के अथवा सास की मौत होने की बात मंगलवार की शाम तक किसी ने नहीं बताई।