मिर्जापुर। लोक सभा में बैंकिंग कानून संशोधन बिल पेश होने के विरोध में यूएफवीयू के राष्ट्रीय आह्वान पर सोमवार को सभी बैंकों के अधिकारी व कर्मचारियों ने इलाहाबाद बैंक की डंकीनगंज शाखा के सामने प्रदर्शन कर धरना दिया।
इस मौके पर हुई सभा में संगठन के प्रांतीय सहायक महामंत्री सुरेश पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार ने विदेशी साजिश व उद्योगपतियों के दबाव में भ्रष्टाचार की सारी सीमाओं को लांघते हुए सरकारी क्षेत्र के बैंकों को बंद करने व निजीकरण करने की साजिश के तहत बिल पेश किया है। बिल के जरिये मनमोहन सरकार देश को आर्थिक गुलामी में बांधकर बैंकों में आम जनता के जमा धन को दलालों के माध्यम से उद्योगपतियों को लूटने का छूट देने जा रही है। बैंककर्मी सरकार की इस तुगलकी नीति को कतई नहीं मानेंगे क्योंकि सुधार के नाम पर सरकार सरकारी बैंकाें के अधिकार को छीनना चाहती है।
बैंककर्मियों ने बैंक कानून संशोधन बिल को वापस लेने, गांवों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बंद करने की साजिश बंद क रने तथा बैंकों के समस्त कार्य आउटसोर्सिगिं के तहत कराने की नीति बंद करने की मांग की। बैंककर्मियों ने कहा कि यदि सरकार अपनी नीति में बदलाव नहीं करती है तो जुलाई में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा संसद का घेराव किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता गिरिजा शंकर सिंह ने की। इस अवसर पर ब्रहम सिंह, डीपी राय, इंद्र कुमार दूबे, सीता राम मेहरोत्रा, सलमा बेगम, निर्मला देवी, आर के चतुर्वेदी, अवधेश राय, मनोज वर्मा, वीर बहादुर सिंह, राम नरायण, रामविलास यादव, संजीव पांडेय, रमेशजी, अवधेश मिश्रा, अविनाश अवस्थी, ज्योति कुमार, संजय कुमार, गिरिजा शंकर सिंह, इंद्र मणि यादव, शिशिर कक्कड़, सुबेदार यादव, सुरेश आदि रहे।