मिर्जापुर। कांग्र्रेस सत्ता में हो या ना हो, लेकिन हिंदुस्तान में इसका कोई विकल्प नहीं है। इस चुनाव परिणाम से कांग्रेसियों का जो मनोबल गिरा है, उसे उठाने की जरूरत है, और यह तभी संभव है जब हमारा संगठन मजबूत होगा। ये बातें सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर बरियाघाट स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित सभा में पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्र ने कहीं। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने राजीव गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
डा. मिश्र ने कहा कि जिस समय राजीव गांधी कंप्यूटर अध्यादेश लाए थे, उस समय सारे विपक्षी दल सदन से दस दिन तक गायब थे, लेकिन आज राजीव की सोच सही सिद्ध हो रही है। कंप्यूटर क्रांति ने विकास का नया अध्याय लिख दिया है। डा. मिश्र ने कहा कि जाति के आधार पर वोटों का बंटवारा होने से संगठन का कमजोर हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व सांसद पंडित उमाकांत मिश्र ने राजीव गांधी को देश का एक विचार बताया। पूर्व जिलाध्यक्ष माता प्रसाद दूबे ने कहा कि कांग्रेस का सपना गांव से ही होकर गुजरता है। कांग्रेसजनों को एकजुट होकर राजीव गांधी की नीतियों को प्रसार करते हुए गैर कांग्रेसी सरकारों को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेना होगा। पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी ने राजीव जी के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे महान नेता को याद कर हमलोग अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। सरताज इमाम ने डा. राजेश मिश्र को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की। वाराणसी के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश चौबे ने राजीव गांधी के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। शहर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बृजदेव पांडेय ने डा. मिश्र को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की जरूरत बताई। कार्यक्रम का संचालन कमलेश दूबे ने किया। इस दौरान राम सिंह, प्यारे लाल पांडेय, देवी प्रसाद चौधरी, मो. परवेज खान, सोनावर खां, अमरेश दूबे, जहीर खां, गुलाब तिवारी, राजन पाठक, शशिभूषण दूबे, राजेंद्र गुप्त, मनोज चौरसियसा, कृपा मिश्र, सत्यवान श्रीवास्तव, प्यारे लाल पांडेय, कल्लू दीक्षित, बुद्धिमान त्रिपाठी, गोवर्धन गुप्त, आनंद तिवारी, चुनमुन शुक्ल, हूबलाल दूबे, धीरेंद्र मिश्र, राजधर दूबे, अंजनी नंदन पांडेय, छोटे खान आदि लोग उपस्थित रहे।