मडि़हान। गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं की खरीदारी नहीं होने से क्षेत्र के किसानाें में जिला प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश बना है। किसानाें ने कहा कि केंद्र में बोरी की कमी बताकर अधिकारी अपना पल्ला झाड़ ले रहे है। इससे किसान दलालों के चंगुल में फंस कर औने पौने दाम पर अपना अनाज बेचने के लिए मजबूर हैं।
मडि़हान क्रय केंद्र पर गेहूं की खरीद नहीं होने से क्षेत्र के किसानाें में जिला प्रशासन के प्रति भारी रोष देखने को मिल रहा है। किसान अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई को औने पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर हो गए हैं। किसानों का कहना है कि आखिरकार गेहूं की खरीदारी क्यों नहीं की जा रही है। उनका यह भी कहना है कि जब क्रय केंद्र पर अनाज बेचने के लिए जाया जाता है तो कर्मचारी बोरी नहीं होने का बहाना बनाकर किसानों को लौटा दे रहे है। जबकि अधिकारी भी इसी का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ने से पीछे नहीं हट रहे हैं। मडि़हान क्षेत्र के किसान इन दिनाें अपना अनाज बेचने के लिए काफी परेशान नजर आ रहे कुछ किसान तो मजबूरी में दलालों के माध्यम से कम दाम पर ही अनाज को बेच रहे हैं। उनका कहना है कि बरसात का मौसम करीब आ रहा है। इससे यह डर बना है कि अगर बारिश होने लगी तो अनाज सड़ भी सकते है। कुछ किसानाें का कहना कि ज्यादातर किसान की रोजी रोटी खेती से ही चलती है इसलिए अगर अनाज को नहीं बेचा जाएगा तो परिवार का खर्च कैसे चलेगा इसलिए क्रय केंद्र के सहारे रहे तो परिवार के लोग भूखाें मर जाएंगे।19 मई को किसान अधिकार सेवा समिति के अध्यक्ष देवपरण सिंह के नेतृत्व में एक ज्ञापन मडि़हान एसडीएम को सौंपा गया था। इसमें कहा गया था कि पीसीएफ भावां में बोरे की कमी है जिससे किसानाें का गेहूं खरीदा नहीं जा रहा है। किसान बिचौलियों के बीच अपने अनाज को कम दामों में बेचने के लिए मजबूर होते जा रहे हैं। ज्ञापन देने वालाें में अजय कुमार सिंह, शिवशंकर सिंह, शोभनाथ, वीरेंद्र कुमार, अमर नाथ, रामचरित्र, सूर्यभान अािद लोगों ने दिया था।