मिर्जापुर।अंर्तराष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन मिर्जापुर ने एएनएम रंजना सिंह की उनके ही आवास में हुई संदिग्ध परिस्थतियाें में मौत की जांच की मांग प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा तथा अन्य लोगाें से की।
बतातें चलें कि जिला अस्पताल में एएनएम के पद पर तैनात रंजना सिंह सात दिसंबर वर्ष 2011 में अपने सरकारी आवास में अबूझ हाल में गंभीर रूप से झुलसी पाई गई थी। एसोसिएशन के अनुसार वह चार दिसंबर 2011 को अपने कुछ साथियों के साथ चार पहिया वाहन से ग्राम शेरवां चुनार में एएनएम माधुरी देवी के घर पर उनके लड़के के तिलक में शामिल होने गई थी। जो जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर है। वह साथी कौन थे पुलिस अभी तक उसका पता लगाने में नाकाम रही है। रंजना की जलने की घटना सरकारी आवास में बताया जा रहा है जहां न आग थी और न ही जलने का कोई सामान था।
इस मामले की जांच के लिए मातृ शिशु महिला कर्मचारी संघ शाखा मिर्जापुर की ओर से कई पत्र शासन प्रशासन को दिया गया था लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने मामले को संदिग्ध मानते हुए इसकी जांच की मांग विभिन्न लोगाें से की है। जिमसें प्रमुख सचिव गृह उ.प्र. शासन लखनऊ,पुलिस महानिदेशक लखनऊ, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ, महिला आयोग भारत सरकार दिल्ली, अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग लखनऊ, पुलिस महानिदेशक व उ.प्र. मानवाधिकार आयोग आदि को पत्र भेजा गया है।