मड़िहान। थाना क्षेत्र के रजौहा गांव के पास पटेहरा खुर्द स्थित नहर के किनारे मार्ग पर बीती रात एसडीएम और एसओ की संयुक्त टीम ने छापा मारकर डीसीएम पर लदे करीब सौ बोरा गेहूं को पकड़ा। एसडीएम की टीम को आते देख डीसीएम चालक अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ मौके से फरार होे गया। एसडीएम की टीम ने गेहूं लदे डीसीएम को थाने में खड़ी करवाकर इसकी सूचना डिप्टी आरएमओ को दी।
मौके से डीसीएम चालक सहित अन्य सहयोगियों के फरार हो जाने के बाद एसडीएम की टीम ने देखा कि जहां डीसीएम खड़ी थी, वहीं बगल में सरकारी बोरियों में गेहूं को भरा जा रहा था। जब टीम ने देखा कि बोरियों में भारतीय खाद्य निगम लिखा हुआ है तथा वह बिल्कुल नई बोरी है तो टीम ने गेहूं की बोरी लदी डीसीएम को लेकर मड़िहान थाने चली आई तथा उपजिलाधिकारी मड़िहान ने इस मामले से डिप्टी आरएमओ से अवगत कराया कि इस मामले की जांच की जाए कि इतनी संख्या में सरकारी बोरियां कहां से आईं। समाचार लिखे जाने तक मड़िहान थाने में कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं हो पाया था। डीसीएम सहित सौ बोरे गेहूं की बोरी मड़िहान थाने में खड़ी कर दी गई है। इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी मड़िहान ब्रह्मदेव यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह मामला संदिग्ध बताया जा रहा है। यह प्रकरण विभाग ही सुलझा सकता है कि डीसीएम में अवैध रूप से रखी सरकारी बोरी कहां से आई। श्री यादव ने बताया कि विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जांच के बाद ही सारी स्थिति साफ हो पाएगी।
उधर मड़िहान क्षेत्र के किसानों ने आरोप लगाया कि हाट केंद्र पर बोरी के न होने का बहाना बनाकर किसानों को परेशान किया जा रहा है और दस-दस दिन से किसान हाट केंद्र पर गेहूं रखकर खरीद होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि गेहूं खरीद में बिचौलियों के आ जाने से किसानों के गेहूं की खरीद बाधित हो रही है, जिससे उनका समय के साथ ही आर्थिक क्षति हो रही है। इस संदर्भ में किसानों ने उपजिलाधिकारी मड़िहान एवं स्थानीय विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को भी गेहूं खरीद न होने से अवगत करा चुके हैं, लेकिन किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है।