इंजीनियर बन समर्पित भाव से देश सेवा करने का जज्बा
d अमर उजाला ब्यूरो
मिर्जापुर। कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। आईआईटी-जेईई 2012 के परिणाम में जनपद के होनहारों ने बाजी मारी। परीक्षा परिणाम आते ही चयनित छात्रों के घर में खुशियों की बहार आ गई और अभिभावकों ने मिष्ठान खिलाकर खुशियों का इजहार किया। चयनित छात्राें का कहना है कि वह इंजीनियर बनकर पूरे समर्पित भाव से देश की सेवा में हाथ बंटाना चाहते हैं।
जनपद के विकास खंड छानबे के दुगौली ग्राम निवासी ईश्वर चंद्र ओझा के पुत्र हिमांशु ओझा ने आईआईटी-जेईई 2012 के परिणाम में सामान्य वर्ग के तहत आल इंडिया रैंक 2490 है। माता श्रीमती मधुलिका ओझा और पिता ईश्वर चंद्र ओझा के साथ ही चाचा प्रो. रमेश चंद्र ओझा से प्रेरणा प्राप्त कर हिमांशु ने यह सफलता अर्जित की है। हिमांशु की प्रारंभिक शिक्षा उसके गांव दुगौली में हुई, लेकिन हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा उसने नगर के एसएन पब्लिक स्कूल से उत्तीर्ण किया। वर्ष 2011-12 में वह वाराणसी में परीक्षा की तैयारी में जुटा रहा और उसने सफलता प्राप्त कर जनपद का मान बढ़ाया है। नगर के सिविल लाइन निवासी मदन मोहन अग्रवाल के सुपुत्र प्रखर अग्रवाल का आईआईटी-जेईई 2012 के परिणाम में आल इंडिया रैंक 3477 है। नगर के लायंस स्कूल से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा सीबीएसई बोर्ड से उत्तीर्ण करने वाले प्रखर शुरू से ही मेधावी छात्र के रूप में जाना जाता है। प्रखर का कहना है कि मां नमिता अग्रवाल की प्रेरणा से ही इस मुकाम पर पहुंच पाया हूं। उन्होंने कहा कि अगर मन में पढ़ाई के प्रति सच्ची लगन और ईमानदारी हो तो सफलता खुद आकर कदम चूमती है। नगर के हयात नगर निवासी इसरार अहमद अंसारी का पुत्र आदिल अहमद अंसारी का आल इंडिया रैंक 10804 है। नगर के बीएलजे इंटर कालेज से दसवीं और बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। उनका मानना है कि ईमानदारी से की गई मेहनत कभी भी जाया नहीं होती है। नगर के पक्की सरांय निवासी केके कसेरा के पुत्र निशांत कसेरा का ओबीसी (एनसीएल) क्रम 3770 है। निशांत का कहना है कि अगर जीवन में समय का सदुपयोग किया जाए तो सफलता अपने आप ही मिलने लगती है।