मिर्जापुर। जनपद में संचालित हो रहे झोलाछाप चिकित्सकाें के क्लीनिक पर नकेल कसने के लिए सीएमओ ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है। टीम प्रभारी ने जनपद के समस्त सीएचसी पीएचसी के चिकित्सा प्रभारियों से उनके क्षेत्रों में अवैध रूप से क्लीनिक चला रहे झोलाछाप चिकित्सकाें की सूची मांगी है। गर्मी के मौसम को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी मोहन जी श्रीवास्तव ने झोलाछाप डाक्टराें पर लगाम लगाने के लिए पांच सदस्यीय टीम के गठित की है। डा. एबी सिंह को टीम प्रभारी बनाया गया है।
टीम प्रभारी ने जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियाें को निर्देशित किया है वह अपने क्षेत्र में संचालित हो रहे झोलाछाप डाक्टराें को सूची जिला कार्यालय के प्रभारी को सौंपे। उसी सूची के आधार पर झोलाछाप चिकित्सकों को उनका क्लीनिक बंद करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस के बावजूद वे अपने क्लीनिक बंद नहीं करेंगे तो उनकी जांच की जाएगी और क्लीनिक खुला पाए जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि गर्मी के मौसम में संक्रामक रोगों की फैलने की संभावना अधिक रहती है। बीमारी फैल जाने के बाद ग्रामीण सबसे पहले झोलाछाप के पास इलाज कराने के लिए जाते है। जो इनका शोषण तो करते ही हैं साथ ही इलाज भी सही नहीं कर पाते हैं। इससे की दशा बिगड़ जाती है और चिकित्सालय में आने पर उसे संभालना मुश्किल हो जाता है। उसी की रोकथाम के क्रम में देखते हुए यह कदम उठाया गया है।