मिर्जापुर। गांव में बिजली न रहने से छत पर सोए पति-पत्नी की फरसे से प्रहार कर हत्या कर दी गई। देहात कोतवाली क्षेत्र के खजुरी गांव में मुसलिम बस्ती के समीप वारदात को अंजाम देने वाले ने दंपती के दो साल के पुत्र और चार साल की बेटी क ी जान बख्श दी। डीआईजी मनोज शुक्ला और एसपी सुरेशचंद्र पांडेय ने सुबह मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। दोनों ने दंपती की बेटी मानसी का बयान लिया। मानसी ने अपने चाचा को हत्यारा बताया, जो घटना के बाद से ही लापता था।
जिला मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर देहात कोतवाली क्षेत्र के खजुरी गांव में सुबह कोहराम मच गया। इस गांव के एक परिवार में रक्तरंजित दो लाशें लोगों को दहला रही थीं। ये लाशें रामखेलावन उर्फ ढेलई बिंद के तीन पुत्रों में सबसे बड़े 28 वर्षीय उदय बिंद और उसकी पत्नी माया (25) की थीं। उदय बिंद गांव के ही एक व्यक्ति की पिकप जीप चलाकर परिवार चलाता था। उसका अपने छोटे भाई जालंधर से विवाद चल रहा था। दोनों भाई रहते तो एक ही छत के नीचे थे लेकिन खाना अलग-अलग बनता था। गांव में ओझाई करने वाले पिता राम खेलावन के पास काफी खेत है।
गांव में एक सप्ताह रात में और एक सप्ताह दिन में बिजली नहीं रहती है। रविवार से रात की रोस्टरिंग शुरूहुई थी। इसलिए सोमवार की रात भी बिजली नहीं थी। गर्मी और उमस से लोग परेशान थे। राहत पाने के लिए उदय अपनी पत्नी, पुत्र शांतनु और बेटी मानसी के साथ छत पर जाकर सो गया था। करीब एक बजे वारदात हो गई। उदय और माया के कत्ल के बाद हत्यारे ने खून से सना फरसा पास के सब्जी के खेत में फेंक दिया और खुद पपीते के पेड़ के सहारे छत से नीचे उतर गया। कुछ देर बाद बच्चे रोने लगे तो आसपास के घरों में रहने वाले पट्टीदारों और परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी हुई। ग्राम प्रधान व देहात कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने खून से सना फरसा और बेंत बरामद करने के साथ ही मृतक के छोटे भाई के बारे में जानकारी की। पता चला, जालंधर रात से गायब है। फिलहाल पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मिर्जापुर। गांव में बिजली न रहने से छत पर सोए पति-पत्नी की फरसे से प्रहार कर हत्या कर दी गई। देहात कोतवाली क्षेत्र के खजुरी गांव में मुसलिम बस्ती के समीप वारदात को अंजाम देने वाले ने दंपती के दो साल के पुत्र और चार साल की बेटी क ी जान बख्श दी। डीआईजी मनोज शुक्ला और एसपी सुरेशचंद्र पांडेय ने सुबह मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। दोनों ने दंपती की बेटी मानसी का बयान लिया। मानसी ने अपने चाचा को हत्यारा बताया, जो घटना के बाद से ही लापता था।
जिला मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर देहात कोतवाली क्षेत्र के खजुरी गांव में सुबह कोहराम मच गया। इस गांव के एक परिवार में रक्तरंजित दो लाशें लोगों को दहला रही थीं। ये लाशें रामखेलावन उर्फ ढेलई बिंद के तीन पुत्रों में सबसे बड़े 28 वर्षीय उदय बिंद और उसकी पत्नी माया (25) की थीं। उदय बिंद गांव के ही एक व्यक्ति की पिकप जीप चलाकर परिवार चलाता था। उसका अपने छोटे भाई जालंधर से विवाद चल रहा था। दोनों भाई रहते तो एक ही छत के नीचे थे लेकिन खाना अलग-अलग बनता था। गांव में ओझाई करने वाले पिता राम खेलावन के पास काफी खेत है।
गांव में एक सप्ताह रात में और एक सप्ताह दिन में बिजली नहीं रहती है। रविवार से रात की रोस्टरिंग शुरूहुई थी। इसलिए सोमवार की रात भी बिजली नहीं थी। गर्मी और उमस से लोग परेशान थे। राहत पाने के लिए उदय अपनी पत्नी, पुत्र शांतनु और बेटी मानसी के साथ छत पर जाकर सो गया था। करीब एक बजे वारदात हो गई। उदय और माया के कत्ल के बाद हत्यारे ने खून से सना फरसा पास के सब्जी के खेत में फेंक दिया और खुद पपीते के पेड़ के सहारे छत से नीचे उतर गया। कुछ देर बाद बच्चे रोने लगे तो आसपास के घरों में रहने वाले पट्टीदारों और परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी हुई। ग्राम प्रधान व देहात कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने खून से सना फरसा और बेंत बरामद करने के साथ ही मृतक के छोटे भाई के बारे में जानकारी की। पता चला, जालंधर रात से गायब है। फिलहाल पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।