अमर उजाला के नवोन्मेषक स्व. अतुल महेश्वरी के मीडिया में योगदान को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पत्रकारिता के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। छात्र-छात्राओं को उनकी विचारधारा पढ़ने को मिलेगी। इनके साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय, भानुप्रताप शुक्ल, रामबहादुर राय, नरेंद्र मोहन, चो. रामास्वामी और शशिशेखर के योगदान को भी पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा।
कुलपति प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में सोमवार को अकादमिक परिषद की बैठक हुई। इसमें कैंपस के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में चार नए कोर्स के सिलेबस पर मुहर लगी। इसके अतिरिक्त विभाग में पूर्व में संचालित एमए-जेएमसी के पाठ्यक्रम को भी संसोधित करते हुए अपग्रेड किया गया।
मोबाइल जर्नलिज्म सर्टिफिकेट कोर्स भी
एक सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम मोबाइल जर्नलिज्म भी शुरू हो रहा है, जिसमें मोबाइल पत्रकारिता में सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही मीडिया क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को नवीन जानकारी प्राप्त कराने के लिए एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन फंक्शनल जर्नलिज्म भी शुरू किया जा रहा है।
नया चिंतन देने वाले पत्रकार भी पाठ्यक्रम में
एमए-जेएमसी के पाठ्यक्रम को अपग्रेड किया गया है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले तथा समाज को नया चिंतन और जागरूकता प्रदान करने वाले ख्यातिप्राप्त पत्रकारों को एमए-जेएमसी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
रोजगार के पर्याप्त अवसरों पर जोर
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के निदेशक प्रो. प्रशांत कुमार ने बताया कि सत्र 2021-22 से जनसंपर्क एवं विज्ञापन के क्षेत्र में पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर को ध्यान में रखते हुए एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन एंड एडवरटाइजिंग पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें छात्र-छात्राएं पटकथा लेखन, कैमरा संचालन, एक्टिंग, निर्देशन, संपादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े विभिन्न पक्षों की जानकारी प्राप्त कर फिल्म में अपना करियर बना सकेंगे।
विस्तार
अमर उजाला के नवोन्मेषक स्व. अतुल महेश्वरी के मीडिया में योगदान को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पत्रकारिता के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। छात्र-छात्राओं को उनकी विचारधारा पढ़ने को मिलेगी। इनके साथ ही पं. दीनदयाल उपाध्याय, भानुप्रताप शुक्ल, रामबहादुर राय, नरेंद्र मोहन, चो. रामास्वामी और शशिशेखर के योगदान को भी पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा।
कुलपति प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में सोमवार को अकादमिक परिषद की बैठक हुई। इसमें कैंपस के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में चार नए कोर्स के सिलेबस पर मुहर लगी। इसके अतिरिक्त विभाग में पूर्व में संचालित एमए-जेएमसी के पाठ्यक्रम को भी संसोधित करते हुए अपग्रेड किया गया।
मोबाइल जर्नलिज्म सर्टिफिकेट कोर्स भी
एक सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम मोबाइल जर्नलिज्म भी शुरू हो रहा है, जिसमें मोबाइल पत्रकारिता में सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही मीडिया क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को नवीन जानकारी प्राप्त कराने के लिए एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन फंक्शनल जर्नलिज्म भी शुरू किया जा रहा है।
नया चिंतन देने वाले पत्रकार भी पाठ्यक्रम में
एमए-जेएमसी के पाठ्यक्रम को अपग्रेड किया गया है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने वाले तथा समाज को नया चिंतन और जागरूकता प्रदान करने वाले ख्यातिप्राप्त पत्रकारों को एमए-जेएमसी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
रोजगार के पर्याप्त अवसरों पर जोर
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के निदेशक प्रो. प्रशांत कुमार ने बताया कि सत्र 2021-22 से जनसंपर्क एवं विज्ञापन के क्षेत्र में पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर को ध्यान में रखते हुए एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन एंड एडवरटाइजिंग पाठ्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें छात्र-छात्राएं पटकथा लेखन, कैमरा संचालन, एक्टिंग, निर्देशन, संपादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े विभिन्न पक्षों की जानकारी प्राप्त कर फिल्म में अपना करियर बना सकेंगे।