मवाना। मंडी समिति के अधिकारियों द्वारा सोमवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉला में बिक्री के लिए ले जाए जा रहे धान को पकड़ने के मामले में मंगलवार शाम को भाकियू कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने उक्त धान को किसान का बताकर जुर्माना राशि का विरोध कर मंडी समिति के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
मंडी समिति सचिव लोकेश मोहन, मंडी सहायक नरेंद्र, रणवीर सिंह एवं लिपिक आदित्य बीती रात चेकिंग पर थे। मंडी समिति सचिव ने बताया कि इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉला में ले जाया जा रहा करीब 70 कुंतल धान पकड़ा। ट्रैक्टर चालक ने उस समय धान को व्यापारी का बताया था। जिस पर उससे जुर्माना राशि मांगी गई। उसके द्वारा अदा नहीं करने पर ट्रैक्टर-ट्रॉला को मंडी समिति परिसर में खड़ा कर दिया।
वहीं, भाकियू नेता नरेश चौधरी के नेतृत्व में शाम को कार्यकर्ता मंडी समिति पहुंचे। उन्होंने धान किसान का बताकर बिना जुर्माना ट्रैक्टर-ट्रॉला छोड़ने के लिए कहा। वहीं, मंडी समिति अधिकारियों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। जिस पर भाकियू कार्यकर्ता मंडी समिति के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। भाकियू नेता नरेश चौधरी का कहना है कि किसानों पर जुर्माना नहीं है। इसके बावजूद मंडी समिति अधिकारी जुर्माना लगाए जाने पर अडे़ हैं। इस संबंध में एडीएम प्रशासन और एसडीएम से फोन पर भाकियू नेता ने बात की। उनका कहना है कि दोनों अधिकारियों ने कह दिया कि वे इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। वहीं, देर शाम तक किसानों का धरना जारी था। वहीं, भाकियू नेता नरेश चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों ने कल धान को बिना जुर्माने के नहीं छोड़ा तो किसान हाईवे जाम कर देंगे।
उधर, धरने की जानकारी पाकर नायब तहसीलदार उदयवीर सिंह तथा थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे तथा मंडी समिति सचिव के साथ भाकियू कार्यकर्ताओं की वार्ता कराई। जिस पर मंडी समिति सचिव ने जुर्माना राशि 40 हजार दो सौ रुपये अदा करने के लिए कहा। जिस पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने इनकार कर दिया।
मवाना। मंडी समिति के अधिकारियों द्वारा सोमवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉला में बिक्री के लिए ले जाए जा रहे धान को पकड़ने के मामले में मंगलवार शाम को भाकियू कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने उक्त धान को किसान का बताकर जुर्माना राशि का विरोध कर मंडी समिति के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
मंडी समिति सचिव लोकेश मोहन, मंडी सहायक नरेंद्र, रणवीर सिंह एवं लिपिक आदित्य बीती रात चेकिंग पर थे। मंडी समिति सचिव ने बताया कि इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉला में ले जाया जा रहा करीब 70 कुंतल धान पकड़ा। ट्रैक्टर चालक ने उस समय धान को व्यापारी का बताया था। जिस पर उससे जुर्माना राशि मांगी गई। उसके द्वारा अदा नहीं करने पर ट्रैक्टर-ट्रॉला को मंडी समिति परिसर में खड़ा कर दिया।
वहीं, भाकियू नेता नरेश चौधरी के नेतृत्व में शाम को कार्यकर्ता मंडी समिति पहुंचे। उन्होंने धान किसान का बताकर बिना जुर्माना ट्रैक्टर-ट्रॉला छोड़ने के लिए कहा। वहीं, मंडी समिति अधिकारियों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। जिस पर भाकियू कार्यकर्ता मंडी समिति के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। भाकियू नेता नरेश चौधरी का कहना है कि किसानों पर जुर्माना नहीं है। इसके बावजूद मंडी समिति अधिकारी जुर्माना लगाए जाने पर अडे़ हैं। इस संबंध में एडीएम प्रशासन और एसडीएम से फोन पर भाकियू नेता ने बात की। उनका कहना है कि दोनों अधिकारियों ने कह दिया कि वे इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। वहीं, देर शाम तक किसानों का धरना जारी था। वहीं, भाकियू नेता नरेश चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों ने कल धान को बिना जुर्माने के नहीं छोड़ा तो किसान हाईवे जाम कर देंगे।
उधर, धरने की जानकारी पाकर नायब तहसीलदार उदयवीर सिंह तथा थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे तथा मंडी समिति सचिव के साथ भाकियू कार्यकर्ताओं की वार्ता कराई। जिस पर मंडी समिति सचिव ने जुर्माना राशि 40 हजार दो सौ रुपये अदा करने के लिए कहा। जिस पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने इनकार कर दिया।