सरूरपुर (मेरठ)। एक लापरवाही दादी-पोते की मौत का कारण बन गई। पोते अब्दुल रहमान का महज दो माह पहले ही निकाह हुआ था। उसके शव से लिपटकर नई दुल्हन जब रो रही थी, तो सभी का दिल भर आया। यह दर्दनाक वाकया हुआ सरूरपुर के गांव हर्रा में। इंजन बंधवाने के बाद मिस्त्री की सलाह पर अब्दुल ने बाइक को स्टार्ट करके छोड़ दिया था। पूरे कमरे में जहरीला धुआं भरने से दम घुटा और से दोनों की मौत हो गई।
हर्रा गांव में रविवार रात इस्लाम का बड़ा बेटा अब्दुल रहमान (20) और उसकी दादी मुख्तरी (70) कमरे में सोए हुए थे। अब्दुल रहमान ने रविवार को अपनी बाइक का इंजन किसी मिस्त्री से बंधवाया था। परिजनों के अनुसार, मिस्त्री ने कहा था कि कुछ घंटों के लिए अपनी बाइक को स्टार्ट रखना। रात में अब्दुल रहमान बाइक को स्टार्ट करके सो गया। बाइक उसी कमरे में स्टार्ट की, जिसमें दोनों दादी-पोता सो रहे थे। धीरे-धीरे पूरा कमरा धुएं से भर गया। रात मेें ही किसी समय दोनों की दम घुटने से मौत हो गई। सोमवार सुबह जब दोनों नहीं उठे, तो परिवार में हड़कंप मच गया। कमरा अंदर से बंद था। कमरे की दीवार तोड़कर लोग अंदर गए, तो दोनों अपनी चारपाई पर मृत पड़े हुए थे। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पूरा गांव मौके पर इकट्ठा हो गया। दोनों के शरीर पर कोई निशान नहीं था। बाइक भी बंद हो चुकी थी। परिजनों ने बताया कि अब्दुल रहमान पत्थर की ठेकेदारी का काम करता है। दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसकी दुल्हन मायके गई हुई थी। इस दर्दनाक हादसे की खबर सुनकर ससुरालिये और दुल्हन भी पहुंच गए थे। नई दुल्हन की आंख में आंसू देखकर सभी का दिल दहल रहा था। आंसुओं के बीच ही अब्दुल रहमान और मुख्तरी को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
सरूरपुर (मेरठ)। एक लापरवाही दादी-पोते की मौत का कारण बन गई। पोते अब्दुल रहमान का महज दो माह पहले ही निकाह हुआ था। उसके शव से लिपटकर नई दुल्हन जब रो रही थी, तो सभी का दिल भर आया। यह दर्दनाक वाकया हुआ सरूरपुर के गांव हर्रा में। इंजन बंधवाने के बाद मिस्त्री की सलाह पर अब्दुल ने बाइक को स्टार्ट करके छोड़ दिया था। पूरे कमरे में जहरीला धुआं भरने से दम घुटा और से दोनों की मौत हो गई।
हर्रा गांव में रविवार रात इस्लाम का बड़ा बेटा अब्दुल रहमान (20) और उसकी दादी मुख्तरी (70) कमरे में सोए हुए थे। अब्दुल रहमान ने रविवार को अपनी बाइक का इंजन किसी मिस्त्री से बंधवाया था। परिजनों के अनुसार, मिस्त्री ने कहा था कि कुछ घंटों के लिए अपनी बाइक को स्टार्ट रखना। रात में अब्दुल रहमान बाइक को स्टार्ट करके सो गया। बाइक उसी कमरे में स्टार्ट की, जिसमें दोनों दादी-पोता सो रहे थे। धीरे-धीरे पूरा कमरा धुएं से भर गया। रात मेें ही किसी समय दोनों की दम घुटने से मौत हो गई। सोमवार सुबह जब दोनों नहीं उठे, तो परिवार में हड़कंप मच गया। कमरा अंदर से बंद था। कमरे की दीवार तोड़कर लोग अंदर गए, तो दोनों अपनी चारपाई पर मृत पड़े हुए थे। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पूरा गांव मौके पर इकट्ठा हो गया। दोनों के शरीर पर कोई निशान नहीं था। बाइक भी बंद हो चुकी थी। परिजनों ने बताया कि अब्दुल रहमान पत्थर की ठेकेदारी का काम करता है। दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसकी दुल्हन मायके गई हुई थी। इस दर्दनाक हादसे की खबर सुनकर ससुरालिये और दुल्हन भी पहुंच गए थे। नई दुल्हन की आंख में आंसू देखकर सभी का दिल दहल रहा था। आंसुओं के बीच ही अब्दुल रहमान और मुख्तरी को सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।