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मेरठ/कंकरखेड़ा। विद्या नॉलेज पार्क में आयोजित ग्लोबल विलेज 2013 में संस्कृतियों का मिलन देखने को मिला। कार्यक्रम में छात्रों के अंतरराष्ट्रीय संगठन आईसेक से जुडे़ 12 देशों के 47 छात्र आए।
मंगलवार को विद्या कॉलेज पार्क में कार्यक्रम का शुभारंभ चीनी छात्रों ने लोकगीत गाकर तो न्यूजीलैंड के छात्रों ने अपने देश की वेशभूषा में हाका नृत्य किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र गुनेंद्र दीप ने बताया आईसेक विश्वभर के छात्रों द्वारा चलाई जाने वाली संस्था है, उद्देश्य छात्रों के बीच ग्लोबल संस्कृति और ज्ञान का आदान-प्रदान करना है। विद्या नॉलेज के भी 14 छात्र आईसेक से जुड़े हैं। कार्यक्रम संयोजक रोहित खोखर ने बताया कि विद्या कॉलेज के छात्र कैंसर के प्रति जागरूकता, समाज से भेदभाव मिटाने और गरीबों को शिक्षा देने पर कार्य करेंगे। कार्यक्रम में जापान, चीन, रूस, यूक्रेन, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, हांगकांग, ब्राजील, इजिप्ट, मोरक्को और ताइवान के छात्र शामिल हुए।
यूक्रेन की छात्रा केसिंजा ने जहां पहाड़, पेड़, झरने, फूलों की तस्वीर प्रदर्शित कर पंचतत्वों की शक्ति का महत्व बताया। वहीं चीन के शंघाई शहर की रहने वाली छात्रा जोए ने जूडो-कराटे का प्रदर्शन किया। इस दौरान हुए फुटबॉल मैच के फाइनल में बीटेक प्रथम वर्ष की टीम ने जीत दर्ज की।
खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि डिप्टी जीओसी सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर नीरेष राठौर ने पुरस्कृत किया। संस्थान के निदेशक सौरभ जैन मौजूद रहे। ग्लोबल विलेज कार्यक्रम में ईजिप्ट के छात्रों ने विश्व का पहला कागज दिखाया। छात्र इस्लाम के अनुसार विश्व का पहला कागज पेपरस वृक्ष से बनाया जाता था। मोरक्को की छात्रा जुबेदा और मरियम ने अपने राष्ट्रीय ध्वज का महत्व बताया।
मेरठ/कंकरखेड़ा। विद्या नॉलेज पार्क में आयोजित ग्लोबल विलेज 2013 में संस्कृतियों का मिलन देखने को मिला। कार्यक्रम में छात्रों के अंतरराष्ट्रीय संगठन आईसेक से जुडे़ 12 देशों के 47 छात्र आए।
मंगलवार को विद्या कॉलेज पार्क में कार्यक्रम का शुभारंभ चीनी छात्रों ने लोकगीत गाकर तो न्यूजीलैंड के छात्रों ने अपने देश की वेशभूषा में हाका नृत्य किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र गुनेंद्र दीप ने बताया आईसेक विश्वभर के छात्रों द्वारा चलाई जाने वाली संस्था है, उद्देश्य छात्रों के बीच ग्लोबल संस्कृति और ज्ञान का आदान-प्रदान करना है। विद्या नॉलेज के भी 14 छात्र आईसेक से जुड़े हैं। कार्यक्रम संयोजक रोहित खोखर ने बताया कि विद्या कॉलेज के छात्र कैंसर के प्रति जागरूकता, समाज से भेदभाव मिटाने और गरीबों को शिक्षा देने पर कार्य करेंगे। कार्यक्रम में जापान, चीन, रूस, यूक्रेन, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, हांगकांग, ब्राजील, इजिप्ट, मोरक्को और ताइवान के छात्र शामिल हुए।
यूक्रेन की छात्रा केसिंजा ने जहां पहाड़, पेड़, झरने, फूलों की तस्वीर प्रदर्शित कर पंचतत्वों की शक्ति का महत्व बताया। वहीं चीन के शंघाई शहर की रहने वाली छात्रा जोए ने जूडो-कराटे का प्रदर्शन किया। इस दौरान हुए फुटबॉल मैच के फाइनल में बीटेक प्रथम वर्ष की टीम ने जीत दर्ज की।
खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि डिप्टी जीओसी सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर नीरेष राठौर ने पुरस्कृत किया। संस्थान के निदेशक सौरभ जैन मौजूद रहे। ग्लोबल विलेज कार्यक्रम में ईजिप्ट के छात्रों ने विश्व का पहला कागज दिखाया। छात्र इस्लाम के अनुसार विश्व का पहला कागज पेपरस वृक्ष से बनाया जाता था। मोरक्को की छात्रा जुबेदा और मरियम ने अपने राष्ट्रीय ध्वज का महत्व बताया।