मेरठ। पाक के खिलाफ धमाकेदार आगाज करने वाले मेरठी भुवनेश्वर कुमार का जादू दूसरे मैच में भी चला। जब भारत के हाथ से मैच खिसकता जा रहा था, उसी समय भुवी ने शाहिद आफरीदी को आउट कर मैच का रुख बदल दिया। भुवी ने अपने प्रदर्शन से वनडे के लिए दावेदारी मजबूत कर ली है।
युवराज की शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारत ने दूसरे टी-20 मैच में पाक के खिलाफ विशाल स्कोर खड़ा किया। वहीं कप्तान धोनी ने दूसरे मैच में भी भुवी को गेंद थमाई। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग मानी जा रही पिच पर भी भुवी ने नासिर जमशेद और अहमद शहजाद को परेशान किया, लेकिन विकेट निकालने में कामयाब नहीं हो सके। धोनी ने दूसरे एंड से सुरेश रैना, अश्वनी कुमार को मौका दिया, लेकिन वे भी कुछ नहीं कर सके। भुवी ने 12वें ओवर में दूसरा स्पेल फेंका, उसमें वह कुछ खास नहीं कर पाए। 16वें ओवर में अशोक डिंडा ने उमर अकमल को बोल्ड कर जीत की कुछ आस जगा दी। लेकिन मोहम्मद हफीज और शाहिद आफरीदी भारत के खतरा बनते नजर आ रहे थे। कप्तान धोनी ने 18वें ओवर में फिर भुवी को गेंद थमाई। हफीज ने भुवी की दूसरी गेंद चौका और तीसरी गेंद पर एक रन लिया। आफरीदी ने भुवी की चौथी गेंद पर लॉन ऑन पर छक्का जड़ दिया। छक्का पड़ने पर भी भुवी ने धैर्य नहीं खोया और शाहिद को पांचवीं गेंद पर विराट के हाथ कैच कराकर मैच का रुख बदल दिया।
शानदार रही शुरुआत
पाक के खिलाफ अपने कैरियर का आगाज करने वाले भुवनेश्वर कुमार दो मैचों में टीम इंडिया के लीड बॉलर बन गए। धोनी ने भी भुवनेश्वर को प्रमोट किया और दोनों ही मैच में उसे पहला ओवर फेंकने के लिए गेंद थमाई। भुवी ने भी दो मैच में चार विकेट लेकर धोनी को निराश नहीं किया। वहीं 30 दिसंबर से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में भुवी को खिलाया जा सकता है। भुवी के पिता किरनपाल सिंह ने बताया कि वनडे में कोच और कप्तान ही उसके खिलाने पर निर्णय लेंगे।
मेरठ। पाक के खिलाफ धमाकेदार आगाज करने वाले मेरठी भुवनेश्वर कुमार का जादू दूसरे मैच में भी चला। जब भारत के हाथ से मैच खिसकता जा रहा था, उसी समय भुवी ने शाहिद आफरीदी को आउट कर मैच का रुख बदल दिया। भुवी ने अपने प्रदर्शन से वनडे के लिए दावेदारी मजबूत कर ली है।
युवराज की शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारत ने दूसरे टी-20 मैच में पाक के खिलाफ विशाल स्कोर खड़ा किया। वहीं कप्तान धोनी ने दूसरे मैच में भी भुवी को गेंद थमाई। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग मानी जा रही पिच पर भी भुवी ने नासिर जमशेद और अहमद शहजाद को परेशान किया, लेकिन विकेट निकालने में कामयाब नहीं हो सके। धोनी ने दूसरे एंड से सुरेश रैना, अश्वनी कुमार को मौका दिया, लेकिन वे भी कुछ नहीं कर सके। भुवी ने 12वें ओवर में दूसरा स्पेल फेंका, उसमें वह कुछ खास नहीं कर पाए। 16वें ओवर में अशोक डिंडा ने उमर अकमल को बोल्ड कर जीत की कुछ आस जगा दी। लेकिन मोहम्मद हफीज और शाहिद आफरीदी भारत के खतरा बनते नजर आ रहे थे। कप्तान धोनी ने 18वें ओवर में फिर भुवी को गेंद थमाई। हफीज ने भुवी की दूसरी गेंद चौका और तीसरी गेंद पर एक रन लिया। आफरीदी ने भुवी की चौथी गेंद पर लॉन ऑन पर छक्का जड़ दिया। छक्का पड़ने पर भी भुवी ने धैर्य नहीं खोया और शाहिद को पांचवीं गेंद पर विराट के हाथ कैच कराकर मैच का रुख बदल दिया।
शानदार रही शुरुआत
पाक के खिलाफ अपने कैरियर का आगाज करने वाले भुवनेश्वर कुमार दो मैचों में टीम इंडिया के लीड बॉलर बन गए। धोनी ने भी भुवनेश्वर को प्रमोट किया और दोनों ही मैच में उसे पहला ओवर फेंकने के लिए गेंद थमाई। भुवी ने भी दो मैच में चार विकेट लेकर धोनी को निराश नहीं किया। वहीं 30 दिसंबर से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में भुवी को खिलाया जा सकता है। भुवी के पिता किरनपाल सिंह ने बताया कि वनडे में कोच और कप्तान ही उसके खिलाने पर निर्णय लेंगे।