मेरठ। भारतीय जनता पार्टी में निकाय चुनाव के दौरान बागी हुए नेताओं के साथ ही उनके आकाओं को भी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष के इस रुख को देखते हुए बागियों ने अब लखनऊ में संपर्क साधना शुरू कर दिया है। इसमें मेरठ के भी कई बागी शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पिछले दिनों निकाय चुनाव के बागियों के प्रति अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा था कि उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर भी पार्टी नेतृत्व बागियों को सजा देने की बात करता आ रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसी के चलते अब इन बागियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। कार्रवाई की सुगबुगाहट देख इन बागियों ने लखनऊ में संपर्क साधना शुरू कर दिया है। गुरुवार रात प्रदेश अध्यक्ष अपने गृह नगर मेरठ से लखनऊ के लिए रवाना हुए तो शुक्रवार को पीछे-पीछे कुछ बागी भी लखनऊ पहुंच गए। पार्टी सूत्रों का कहना है सितंबर के पहले सप्ताह में बागियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी तय है। प्रदेश में करीब 250 बागियों और उनके आकाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इस सूची में तीन बड़े नाम भी शामिल हैं। इसमें एक वर्तमान एमएलसी, एक पूर्व एमएलसी के साथ ही एक प्रांतीय पदाधिकारी हैं। इन पर कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष केंद्रीय नेतृत्व से भी बात कर रहे हैं।
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पिछले दिनों स्थानीय स्तर पर नेताओं को निर्देश दिया था कि निकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी चाहे वह विजयी रहा हो या फिर हारा हुआ हो, उसे सदस्यता अभियान में शामिल नहीं किया जाए। तभी से यह तय हो गया था कि प्रांतीय नेतृत्व बागियों के प्रति नरमी दिखाने को तैयार नहीं है। अब चूंकि सदस्यता अभियान समाप्त हो चुका है। ऐसे में बागियों के विरुद्ध कार्रवाई शीघ्र ही तय मानी जा रही है।
मेरठ। भारतीय जनता पार्टी में निकाय चुनाव के दौरान बागी हुए नेताओं के साथ ही उनके आकाओं को भी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष के इस रुख को देखते हुए बागियों ने अब लखनऊ में संपर्क साधना शुरू कर दिया है। इसमें मेरठ के भी कई बागी शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पिछले दिनों निकाय चुनाव के बागियों के प्रति अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा था कि उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। स्थानीय स्तर पर भी पार्टी नेतृत्व बागियों को सजा देने की बात करता आ रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इसी के चलते अब इन बागियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। कार्रवाई की सुगबुगाहट देख इन बागियों ने लखनऊ में संपर्क साधना शुरू कर दिया है। गुरुवार रात प्रदेश अध्यक्ष अपने गृह नगर मेरठ से लखनऊ के लिए रवाना हुए तो शुक्रवार को पीछे-पीछे कुछ बागी भी लखनऊ पहुंच गए। पार्टी सूत्रों का कहना है सितंबर के पहले सप्ताह में बागियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी तय है। प्रदेश में करीब 250 बागियों और उनके आकाओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इस सूची में तीन बड़े नाम भी शामिल हैं। इसमें एक वर्तमान एमएलसी, एक पूर्व एमएलसी के साथ ही एक प्रांतीय पदाधिकारी हैं। इन पर कार्रवाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष केंद्रीय नेतृत्व से भी बात कर रहे हैं।
डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पिछले दिनों स्थानीय स्तर पर नेताओं को निर्देश दिया था कि निकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी चाहे वह विजयी रहा हो या फिर हारा हुआ हो, उसे सदस्यता अभियान में शामिल नहीं किया जाए। तभी से यह तय हो गया था कि प्रांतीय नेतृत्व बागियों के प्रति नरमी दिखाने को तैयार नहीं है। अब चूंकि सदस्यता अभियान समाप्त हो चुका है। ऐसे में बागियों के विरुद्ध कार्रवाई शीघ्र ही तय मानी जा रही है।