प्रतिबंध के बावजूद क्षेत्र में दुकानों पर पॉलिथीन का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। कागज के लिफाफों का प्रयोग भी बहुत कम हो रहा है।
पॉलिथीन का प्रयोग मानव जीवन का अंग बन चुका है। सड़क किनारे लगने वाली सब्जी, फल दुकान की दुकानों पर पॉलिथीन की बिक्री जारी है। प्रशासनिक स्तर से पॉलिथीन की रोकथाम के लिए पूर्व में काफी प्रयास प्रयास किया गया। पर्यावरण के लिए पॉलिथीन अत्यंत घातक साबित हो रहा है।
पॉलिथीन को प्रतिबंधित किए जाने के बाद कुछ दिनों तक कागजी लिफाफे का प्रचलन चला। फिर चंद दिनों बाद ही मझवारा, सेमरी, चचाईपार सहित जिले के अन्य बाजारों तथा चट्टी-चौराहों पर पॉलिथीन का इस्तेमाल किया जाने लगा।