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मऊ। जिले के दो ब्लाकों के छह राजस्व गांवों के बच्चों को पढ़ने दूर नहीं जाना पड़ेगा। शासन की ओर से अगले शिक्षा सत्र यानि जुलाई माह में इन गांवों में प्राथमिक विद्यालयों के खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई है। भवन सहित अन्य कार्यों के लिए लगभग 40.32 लाख बजट भी जारी कर दिया गया है।
जिले में 1469 परिषदीय विद्यालय हैं। आजादी के दशकों बाद भी राजस्व गांवों में मानक के अनुरूप विद्यालय नहीं खुल पाए हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत व्यवस्था दी गई है कि कक्षा एक से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए 300 की आबादी वाली बस्तियों में विद्यालय खोला जाए, जहां एक किमी के अंदर कोई विद्यालय नहीं है। इसी तरह छठवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए 800 की आबादी वाली बस्तियों में उच्च प्राथमिक विद्यालय होना अनिवार्य किया गया है। शर्त है कि तीन किमी के अंदर कोई विद्यालय नहीं होना चाहिए। मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक के अलाउद्दीन पट्टी, धरहरा तथा फतहपुर मंडाव ब्लाक के जोगरी हिसामपुर, कोठिया, चक हबीबुल्ला, हैबतपुर राजस्व गांवों में विद्यालय खोलने की मांग अरसे से होती रही है। यहां के अधिकांश बच्चे प्राथमिक शिक्षा से ही वंचित हो रहे थे। ग्राम प्रधानों ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो ब्लाकों के छह राजस्व गांवों में विद्यालय खोलने की मंजूरी प्रदान की है। ग्रामीणों के अनुसार भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। कुल मिलाकर गांवों मेें विद्यालयों के खुलने से ग्रामीणों में बेहतर शिक्षा मिलने की आस जगी है।
इनसेट
हैंडपंप के लिए भी मिले 32 हजार
मऊ। फतहपुर मंडाव तथा मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक के छह गांवों में विद्यालय का भवन सहित अन्य कार्यो के लिए बजट स्वीकृत कर दिया गया है। भवन निर्माण के लिए 3.87 हजार, शौचालय 24 हजार, किचेन रुम 78 हजार 500 रुपये, विद्युतीकरण के लिए 11 हजार 310 रुपये स्वीकृत किया गया है। अभी चहारदीवारी के लिए 1.40 लाख का बजट नहीं आया है। इसी धनराशि से हैंडपंप के लिए 32 हजार रुपये भी शामिल है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला समन्वयक निर्माण अजीत कुमार तिवारी का कहना था कि मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक में दो तथा फतहपुर मंडाव ब्लाक के चार राजस्व गांवों में प्राथमिक विद्यालय खोलने की स्वीकृति मिल गई है। बजट भी पास हो गया है। भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। अगले शिक्षा सत्र जुलाई माह से पठन पाठन का कार्य शुरू हो जाएगा।
मऊ। जिले के दो ब्लाकों के छह राजस्व गांवों के बच्चों को पढ़ने दूर नहीं जाना पड़ेगा। शासन की ओर से अगले शिक्षा सत्र यानि जुलाई माह में इन गांवों में प्राथमिक विद्यालयों के खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई है। भवन सहित अन्य कार्यों के लिए लगभग 40.32 लाख बजट भी जारी कर दिया गया है।
जिले में 1469 परिषदीय विद्यालय हैं। आजादी के दशकों बाद भी राजस्व गांवों में मानक के अनुरूप विद्यालय नहीं खुल पाए हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत व्यवस्था दी गई है कि कक्षा एक से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए 300 की आबादी वाली बस्तियों में विद्यालय खोला जाए, जहां एक किमी के अंदर कोई विद्यालय नहीं है। इसी तरह छठवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए 800 की आबादी वाली बस्तियों में उच्च प्राथमिक विद्यालय होना अनिवार्य किया गया है। शर्त है कि तीन किमी के अंदर कोई विद्यालय नहीं होना चाहिए। मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक के अलाउद्दीन पट्टी, धरहरा तथा फतहपुर मंडाव ब्लाक के जोगरी हिसामपुर, कोठिया, चक हबीबुल्ला, हैबतपुर राजस्व गांवों में विद्यालय खोलने की मांग अरसे से होती रही है। यहां के अधिकांश बच्चे प्राथमिक शिक्षा से ही वंचित हो रहे थे। ग्राम प्रधानों ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दो ब्लाकों के छह राजस्व गांवों में विद्यालय खोलने की मंजूरी प्रदान की है। ग्रामीणों के अनुसार भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। कुल मिलाकर गांवों मेें विद्यालयों के खुलने से ग्रामीणों में बेहतर शिक्षा मिलने की आस जगी है।
इनसेट
हैंडपंप के लिए भी मिले 32 हजार
मऊ। फतहपुर मंडाव तथा मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक के छह गांवों में विद्यालय का भवन सहित अन्य कार्यो के लिए बजट स्वीकृत कर दिया गया है। भवन निर्माण के लिए 3.87 हजार, शौचालय 24 हजार, किचेन रुम 78 हजार 500 रुपये, विद्युतीकरण के लिए 11 हजार 310 रुपये स्वीकृत किया गया है। अभी चहारदीवारी के लिए 1.40 लाख का बजट नहीं आया है। इसी धनराशि से हैंडपंप के लिए 32 हजार रुपये भी शामिल है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला समन्वयक निर्माण अजीत कुमार तिवारी का कहना था कि मुहम्मदाबादगोहना ब्लाक में दो तथा फतहपुर मंडाव ब्लाक के चार राजस्व गांवों में प्राथमिक विद्यालय खोलने की स्वीकृति मिल गई है। बजट भी पास हो गया है। भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। अगले शिक्षा सत्र जुलाई माह से पठन पाठन का कार्य शुरू हो जाएगा।