दुबारी(मऊ)। मधुबन थानांतर्गत दुबारी के देवारा स्थित पब्बर, मनमन और धुस पुरवे में बृहस्पतिवार को आग से कोहराम मच गया। 150 परिवारों की तीन सौ रिहायशी कच्चे और पक्के मकान जलकर राख हो गए। अगलगी में दस जानवर मर गए और महिला समेत तीन लोग झुलस गए। जान बचाकर ग्रामीण भागते रहे। आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों को ग्रामीणों संग तीन घंटे अथक मेहनत करनी पड़ी। अपना सब कुछ आंखों के आगे ही भस्म होते देखने वाले अब स्कूलों में शरण लेने को मजबूर हैं।
देवारा क्षेत्र में सुबह दस बजे पब्बर के पुरवे में बच्चे मछली भून रहे थे। अचानक जगदीश चौहान की रिहायशी मड़ई से लपटें उठीं। यह देखते ही ग्रामीण बाहर निकल आए। जब तक वे आग बुझाने के लिए दौड़ते तब तक आग ने पास की मड़इयों को भी चपेट में ले लिया। लोगोें की आंखोें के सामने ही पब्बर के पुरवे के साथ मनमन के पुरवे में भी लपटें पहुंच गईं। फिर पास के ही धुस पुरवे के भी कुछ घरों को लपेटे में ले लिया। एक साथ पब्बर के पुरवे में पब्बर चौहान, रमायन, चानबली, नरेश, जगदीश, केदार, फू लचंद, धाना, भोला, रामदरश, रविंद्र, मुन्नी, नगीना, जालपल्वी, छागुंर, शिवराज, हंसनाथ, रामचंद्र और मनमन के पुरवे में जयराम यादव, विष्णुदेव, चंद्रमा, सूर्यभान, उदयभान, दयानंद और धुस पुरवे मेें मुराली समेत 150 परिवार की 300 रिहायशी मड़इयां और कच्चे तथा पक्के मकान जल गए। दस मवेशी और जानवर भी जलकर मर गए। जगदीश चौहान की 28 वर्षीय पुत्री आशा, नरेश और रमेश यादव झुलस गए हैं। महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में चहुंओर तबाही का आलम है। बिखरी राख लोगों की दशा को बया कर रही है। अगलगी में लाखोें रुपये की क्षति का अनुमान है। दाने-दाने को लोग मुहताज हो गए हैं। उन्होंने पास के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में शरण ले रखी है। सहायता को अफसरों ने डेरा डाला है। एसपी सीआरओ, एडीएम भी पहुंच गए थे।
उधर, पब्बर, मनमन और धुस पुरवें मेें आग से पीड़ितों की सुधि लेने केे लिए जनप्रतिनिधि भी पहुंचे। ग्राम प्रधान रमेश चंद को अधिकारियों ने निर्देश दिया कि वे भोजन की सुविधा समेत अन्य सुविधाओं पर ध्यान दें। किसी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल सूचित करें। उधर बसपा विधायक उमेश पांडेय, कांग्रेस के रमायन यादव, सपा के बद्री यादव भी मौके पर पहुुंचे ।