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मऊ। जिले में प्राथमिक शिक्षा का गजब हाल है। बेसिक शिक्षा विभाग जहां गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने पर हर साल सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है, वहीं विभाग के शिक्षक ही उसकी मंशा पर पानी फेर रहे हैं। सोमवार को स्कूलों का निरीक्षण करने निकले बेसिक शिक्षा अधिकारी जेके वर्मा एक विद्यालय का हाल देखकर भौचक रह गए। विद्यालय में बच्चों को सफाईकर्मी पढ़ा रहा था। यहीं नहीं बीएसए के पूछने पर बच्चों ने देश के प्रधानमंत्री की जगह ग्राम प्रधान का नाम बताया। बीएसए हैरान उसम समय और हो गए जब बच्चे देश का नाम नहीं बता सके। इससे नाराज उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को जांच का निर्देश दिया साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है।
सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जेके वर्मा दोहरीघाट ब्लाक के बेला कसैला स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुुंच गए। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता का हाल देखकर उन्होंने सिर पकड़ लिया। इस विद्यालय में शिक्षक की जगह सफाई कर्मी पढ़ाता मिला। कक्षा तीन और चार बच्चों से देश के प्रधानमंत्री का नाम पूछा गया तो बच्चों ने उसकी जगह ग्राम प्रधान का नाम बता दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस प्रकरण के मामले की जांच कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी दोहरीघाट को निर्देश दिया है। जिले के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अपने जगह पर किसी अन्य से अध्यापन कार्य करा रहे हैं। हालत यह है कि विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता का शिक्षा विभाग सिर्फ ढिंढोरा पीट रहा है। बच्चों ने बताया कि काफी समय से सफाई कर्मी ही उन्हें पढ़ा रहा है। कक्षा चार और पांच के छात्र देश का नाम नहीं बता पाए। यहां 146 के सापेक्ष 95 बच्चे उपस्थित थे।
मऊ। जिले में प्राथमिक शिक्षा का गजब हाल है। बेसिक शिक्षा विभाग जहां गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने पर हर साल सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है, वहीं विभाग के शिक्षक ही उसकी मंशा पर पानी फेर रहे हैं। सोमवार को स्कूलों का निरीक्षण करने निकले बेसिक शिक्षा अधिकारी जेके वर्मा एक विद्यालय का हाल देखकर भौचक रह गए। विद्यालय में बच्चों को सफाईकर्मी पढ़ा रहा था। यहीं नहीं बीएसए के पूछने पर बच्चों ने देश के प्रधानमंत्री की जगह ग्राम प्रधान का नाम बताया। बीएसए हैरान उसम समय और हो गए जब बच्चे देश का नाम नहीं बता सके। इससे नाराज उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को जांच का निर्देश दिया साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है।
सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जेके वर्मा दोहरीघाट ब्लाक के बेला कसैला स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुुंच गए। निरीक्षण के दौरान विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता का हाल देखकर उन्होंने सिर पकड़ लिया। इस विद्यालय में शिक्षक की जगह सफाई कर्मी पढ़ाता मिला। कक्षा तीन और चार बच्चों से देश के प्रधानमंत्री का नाम पूछा गया तो बच्चों ने उसकी जगह ग्राम प्रधान का नाम बता दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस प्रकरण के मामले की जांच कराने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी दोहरीघाट को निर्देश दिया है। जिले के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अपने जगह पर किसी अन्य से अध्यापन कार्य करा रहे हैं। हालत यह है कि विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता का शिक्षा विभाग सिर्फ ढिंढोरा पीट रहा है। बच्चों ने बताया कि काफी समय से सफाई कर्मी ही उन्हें पढ़ा रहा है। कक्षा चार और पांच के छात्र देश का नाम नहीं बता पाए। यहां 146 के सापेक्ष 95 बच्चे उपस्थित थे।