मथुरा। ब्रज रज उत्सव में शनिवार को पांचवें दिन स्थानीय लोक कलाकारों के साथ के सूफी और अतुल पंडित की जुगलबंदी ने समां बांध दिया।
गायक अतुल पंडित की भक्तिपूर्ण प्रस्तुतियों पर लोग जमकर झूमते नजर आए। विनोद गर्ग कसेरे द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम में अतुल पंडित ने बिहारीजी ब्रज में घर मेरा बना दोगे तो क्या होगा... पर लोग भक्तिमय हो गए। उन्होंने कई तरह की मेलोडी की प्रस्तुत भी दी। इसके बाद केके सूफी ने भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं।
इससे पूर्व डॉ. खेमचंद यदुवंशी की नाट्य शैली की दानवीर राजा मोरध्वज की प्रस्तुति हुई। लोकनाटय भगत-सांगीत दानवीर राजा मोरध्वज का मंचन आधुनिकता के कलेवर के साथ प्रारंभ किया तो लोग नक्कारे की खनक पर झूम उठे। इसके बाद स्थानीय लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रसिद्ध भजन गायक जगदीश बृजवासी ने ब्रज के पारंपरिक और स्वनिर्मित भजनों की माला प्रस्तुत की तो माहौल आध्यात्मिक बना दिया। सपेरों के ग्रुप की बीन की आश्चर्यजनक स्वर लहरियों में लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।