मथुरा। गुलाबी ठंड के इस मौसम में साइबेरियन पक्षियों की अठखेलियां इन दिनों यमुना की खूबसूरती बढ़ा रहीं हैं। विश्रामघाट के सामने यमुना पार इन सैकड़ों प्रवासी पक्षियों देखते ही बनती है। खासकर पूजा-अर्चना करते श्रद्धालुओं को ये पक्षी आनंदित कर रहे हैं।
सूरज की किरणों के निकलने से पहले ही ये साइबेरियन पिजन उक्त क्षेत्रों में यमुना के जल में डुबकी लगाते और उड़ते हुए देखे जा सकते हैं। वन निरीक्षक मुकेश मीना बताते हैं कि मथुरा में साइबेरियन पिजन का आगमन तेजी से बढ़ रहा है। ये पक्षी यहां प्रजनन के लिए आते हैं।
नवंबर माह में ही इनका आगमन यहां हो जाता है, जो अंडा देने से बच्चे के उड़ने लायक होने तक यहां रहते हैं। जनवरी के अंत और फरवरी में ये पक्षी अपने देश चले जाते हैं। वर्तमान में इनकी मौजूदगी यमुना में बड़ी संख्या में नजर आ रही है।
मथुरा। गुलाबी ठंड के इस मौसम में साइबेरियन पक्षियों की अठखेलियां इन दिनों यमुना की खूबसूरती बढ़ा रहीं हैं। विश्रामघाट के सामने यमुना पार इन सैकड़ों प्रवासी पक्षियों देखते ही बनती है। खासकर पूजा-अर्चना करते श्रद्धालुओं को ये पक्षी आनंदित कर रहे हैं।
सूरज की किरणों के निकलने से पहले ही ये साइबेरियन पिजन उक्त क्षेत्रों में यमुना के जल में डुबकी लगाते और उड़ते हुए देखे जा सकते हैं। वन निरीक्षक मुकेश मीना बताते हैं कि मथुरा में साइबेरियन पिजन का आगमन तेजी से बढ़ रहा है। ये पक्षी यहां प्रजनन के लिए आते हैं।
नवंबर माह में ही इनका आगमन यहां हो जाता है, जो अंडा देने से बच्चे के उड़ने लायक होने तक यहां रहते हैं। जनवरी के अंत और फरवरी में ये पक्षी अपने देश चले जाते हैं। वर्तमान में इनकी मौजूदगी यमुना में बड़ी संख्या में नजर आ रही है।