मैनपुरी। कुछ जिला पंचायत सदस्यों में असंतोष के स्वर फूटने लगे हैं। सदस्यों का कहना है कि अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष को दिए गए प्रस्तावों पर न तो विचार किया गया है और न ही ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराए गए हैं। इस संबंध में आठ जिला पंचायत सदस्यों ने निर्णय लिया है कि यदि शीघ्र समस्याओं पर ध्यान न दिया गया तो राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा।
बाईपास रोड स्थित ग्राम धारऊ में कमलेश शाक्य के आवास पर जिला पंचायत सदस्यों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सोनेलाल वर्मा ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सदस्यों द्वारा अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष को दिए गए प्रस्तावों पर न तो विचार किया गया है और न ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराए गए हैं। प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में पानी, बिजली, सीसी रोड, विद्यालय, चिकित्सालय, राशन वितरण, पेंशन आदि गंभीर समस्याएं हैं। चुनाव हुए 20 माह बीत गए हैं। इसके बाद भी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है।
सेवा कुमारी शाक्य ने कहा कि प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में समानता के आधार पर दिए गए प्रस्तावों पर समान कार्य कराए जाने चाहिए। इस संबंध में शीघ्र ही दूसरी बैठक बुलाई जाएगी और आगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा। यदि विकास कार्यों पर ध्यान न दिया गया तो राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा। बैठक में लज्जावती शाक्य, नीरज पाल, कमलेश शाक्य, सुनील कुमार, विनीता शाक्य, सुमनलता शाक्य आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता सोनेलाल वर्मा ने की।
मैनपुरी। कुछ जिला पंचायत सदस्यों में असंतोष के स्वर फूटने लगे हैं। सदस्यों का कहना है कि अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष को दिए गए प्रस्तावों पर न तो विचार किया गया है और न ही ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराए गए हैं। इस संबंध में आठ जिला पंचायत सदस्यों ने निर्णय लिया है कि यदि शीघ्र समस्याओं पर ध्यान न दिया गया तो राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा।
बाईपास रोड स्थित ग्राम धारऊ में कमलेश शाक्य के आवास पर जिला पंचायत सदस्यों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित सोनेलाल वर्मा ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सदस्यों द्वारा अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष को दिए गए प्रस्तावों पर न तो विचार किया गया है और न ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराए गए हैं। प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में पानी, बिजली, सीसी रोड, विद्यालय, चिकित्सालय, राशन वितरण, पेंशन आदि गंभीर समस्याएं हैं। चुनाव हुए 20 माह बीत गए हैं। इसके बाद भी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है।
सेवा कुमारी शाक्य ने कहा कि प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में समानता के आधार पर दिए गए प्रस्तावों पर समान कार्य कराए जाने चाहिए। इस संबंध में शीघ्र ही दूसरी बैठक बुलाई जाएगी और आगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा। यदि विकास कार्यों पर ध्यान न दिया गया तो राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा। बैठक में लज्जावती शाक्य, नीरज पाल, कमलेश शाक्य, सुनील कुमार, विनीता शाक्य, सुमनलता शाक्य आदि उपस्थित थे। अध्यक्षता सोनेलाल वर्मा ने की।