महोबा। चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण दिवस पर टीकाकरण के नाम पर की जा रही वसूली पर महिलाआें का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को टीकाकरण कराने आई महिलाआें ने हंगामा करते हुए बीएचडब्ल्यू की शिकायत प्रभारी से की। उन्हाेंने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप कर महिलाआें का गुस्सा शांत कराया।
चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को टीकाकरण के दौरान बीएचडब्ल्यू मुन्नीदेवी और टीकाकरण कराने आई महिलाआें के बीच वसूली को लेकर जमकर तकरार हो गई। टीकाकरण के एवज में 10 रुपए प्रति प्रति टीका वसूलने का क्रम चल रहा था। इसी बीच शबनम पत्नी सादिक इस्लाम ने नि:शुल्क टीकाकरण की व्यवस्था के बावजूद की जा रही वसूली का विरोध किया जिस पर मामला तूल पकड़ गया और कई महिलाएं हो हल्ला मचाने लगीं। महिलाआें का शोरगुल सुनकर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. डीके माहुर मौके पर पहुंच गए। उन्हाेंने टीकाकरण के नाम पर वसूली को गलत करार देते हुए कर्मचारी को हिदायत दी। तब कहीं महिलाआें का गुस्सा शांत हुआ। इस दौरान करीब एक घंटे तक टीकाकरण का कार्य प्रभावित रहा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके कुरील का कहना है कि मामले की शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
महोबा। चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण दिवस पर टीकाकरण के नाम पर की जा रही वसूली पर महिलाआें का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को टीकाकरण कराने आई महिलाआें ने हंगामा करते हुए बीएचडब्ल्यू की शिकायत प्रभारी से की। उन्हाेंने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहुंचकर हस्तक्षेप कर महिलाआें का गुस्सा शांत कराया।
चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को टीकाकरण के दौरान बीएचडब्ल्यू मुन्नीदेवी और टीकाकरण कराने आई महिलाआें के बीच वसूली को लेकर जमकर तकरार हो गई। टीकाकरण के एवज में 10 रुपए प्रति प्रति टीका वसूलने का क्रम चल रहा था। इसी बीच शबनम पत्नी सादिक इस्लाम ने नि:शुल्क टीकाकरण की व्यवस्था के बावजूद की जा रही वसूली का विरोध किया जिस पर मामला तूल पकड़ गया और कई महिलाएं हो हल्ला मचाने लगीं। महिलाआें का शोरगुल सुनकर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. डीके माहुर मौके पर पहुंच गए। उन्हाेंने टीकाकरण के नाम पर वसूली को गलत करार देते हुए कर्मचारी को हिदायत दी। तब कहीं महिलाआें का गुस्सा शांत हुआ। इस दौरान करीब एक घंटे तक टीकाकरण का कार्य प्रभावित रहा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके कुरील का कहना है कि मामले की शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता के विरुद्ध कार्रवाई होगी।