महोबा। नगर पंचायत कबरई के निवर्तमान चेयरमैन शिवपाल के खिलाफ गैंगस्टर कार्रवाई के बाद रविवार को जिलेभर की पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे प्रशासनिक अमले ने तीन करोड़ की संपत्ति सीज कर दी। इस कार्रवाई से कबरई में खलबली मच गई।
गौरतलब है कि कबरई कसबे के निवर्तमान चेयरमैन शिवपाल तिवारी के खिलाफ कसबे के ही अशोक अहिरवार ने अपने मकान और भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत जून 2011 में की थी और मंडल मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गया था। तभी तत्कालीन डीएम मुथुकुमार स्वामी बी ने इलाकाई पुलिस की रिपोर्ट पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी और अवैध तरीके से किए गए कब्जाें को हटवा दिया था। साथ ही जुलाई में उन्हें जेल भेज दिया था। पांच माह बाद उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने शिवपाल को जमानत दे दी थी।
जमानत पर छूटने के बाद से ही अशोक अहिरवार गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की पैरवी करता रहा और गैंगस्टर कोर्ट बांदा से अवैध ढंग से दबंगई के बल पर अकूत संपत्ति बनाने के मामले में गैंगस्टर की धारा 14/1 के तहत सम्पत्ति जब्त कर सीज कराने का आदेश करा दिया। इस आदेश पर अमल करते हुए जिलाधिकारी डा. काजल ने संपत्ति जब्तीकरण का आदेश दे दिया। जिस पर उप जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय, अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, सीओ सदर अशोक कुमार जिलेभर के पुलिस बल के साथ कबरई जा धमके और शिवपाल तिवारी की क्रेशर और मकान की घेराबंदी कर ली। भारी पुलिस फोर्स देखकर लोग हक्का बक्का रह गए। चार घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियाें ने शिवपाल तिवारी की क्रेशर और मकान सीज कर दिया। जबकि जेसीबी मशीन, दो ट्रक, 17 ट्रैक्टर और स्कार्पियो गाड़ी जब्त कर ली। पुलिस अधीक्षक आनंद राव कुलकर्णी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दबंगई के बलबूते पर अर्जित की गई संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई की गई है। उन्हाेंने बताया कि डीएम के संपत्ति जब्तीकरण आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है।
महोबा। नगर पंचायत कबरई के निवर्तमान चेयरमैन शिवपाल के खिलाफ गैंगस्टर कार्रवाई के बाद रविवार को जिलेभर की पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे प्रशासनिक अमले ने तीन करोड़ की संपत्ति सीज कर दी। इस कार्रवाई से कबरई में खलबली मच गई।
गौरतलब है कि कबरई कसबे के निवर्तमान चेयरमैन शिवपाल तिवारी के खिलाफ कसबे के ही अशोक अहिरवार ने अपने मकान और भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत जून 2011 में की थी और मंडल मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गया था। तभी तत्कालीन डीएम मुथुकुमार स्वामी बी ने इलाकाई पुलिस की रिपोर्ट पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी और अवैध तरीके से किए गए कब्जाें को हटवा दिया था। साथ ही जुलाई में उन्हें जेल भेज दिया था। पांच माह बाद उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने शिवपाल को जमानत दे दी थी।
जमानत पर छूटने के बाद से ही अशोक अहिरवार गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की पैरवी करता रहा और गैंगस्टर कोर्ट बांदा से अवैध ढंग से दबंगई के बल पर अकूत संपत्ति बनाने के मामले में गैंगस्टर की धारा 14/1 के तहत सम्पत्ति जब्त कर सीज कराने का आदेश करा दिया। इस आदेश पर अमल करते हुए जिलाधिकारी डा. काजल ने संपत्ति जब्तीकरण का आदेश दे दिया। जिस पर उप जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय, अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, सीओ सदर अशोक कुमार जिलेभर के पुलिस बल के साथ कबरई जा धमके और शिवपाल तिवारी की क्रेशर और मकान की घेराबंदी कर ली। भारी पुलिस फोर्स देखकर लोग हक्का बक्का रह गए। चार घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियाें ने शिवपाल तिवारी की क्रेशर और मकान सीज कर दिया। जबकि जेसीबी मशीन, दो ट्रक, 17 ट्रैक्टर और स्कार्पियो गाड़ी जब्त कर ली। पुलिस अधीक्षक आनंद राव कुलकर्णी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दबंगई के बलबूते पर अर्जित की गई संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई की गई है। उन्हाेंने बताया कि डीएम के संपत्ति जब्तीकरण आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है।