कबरई (महोबा)। सड़क बनाने के लिए केंद्र सरकार के पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र मिलने में हो रही टालामटोली के कारण कानपुर-कबरई मार्ग के निर्माण में देरी हो रही है। 127 किलोमीटर लंबे मार्ग को बनाने का काम सितंबर-2011 में शुरू होना था और इसे मार्च-2013 तक बनकर तैयार हो जाना था। इस मार्ग के बन जाने से झांसी से कानपुर आने-जाने में सहूलियत हो जाएगी। एक दशक से टूटे पड़े कानपुर-कबरई मार्ग पर फिलहाल चलना आसान नहीं है। इस सड़क पर 24 घंटे में दो हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई के अधीन पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) माडल योजना पर आधारित इस सड़क को 18 माह में बनाने के लक्ष्य रखा गया था। निर्माण सितंबर 2011 में शुरू होना था। इसमेें प्राविधान था कि निविदादाता कंपनी ही पूंजी निवेश कर सड़क बनाएगी और टोल टैक्स के माध्यम से सड़क में पथकर वसूलकर अपनी निवेशित पूंजी 10 वर्षो में निकालेगी। साथ ही संबंधित कंपनी को ही 10 वर्षो तक सड़क का रख रखाव भी करना होगा।
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में मामला अटकने के कारण निर्माण शुरू होने में विलंब हो रहा है।पिछले छह माह से लगातार लोक सुनवाई के बावजूद आज तक सड़क निर्माण के लिए पर्यावरणीय एनओसी भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से नहीं मिल सकी। जबकि कानपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों में पर्यावरणीय अनुमति से संबधित लोक सुवनाई का काम दिसंबर में ही पूरा हो चुका है। सड़क बनाने के मार्ग में चार हजार पेड़ आ रहे हैं, जिन्हें काटा जाना है। वन विभाग इन्हीं पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं दे रहा है। कंपनी अधिकारियों का दावा है कि पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति मिलते ही काम जोरशोर से शुरू कर दिया जाएगा, क्योंकि पिछले एक साल के दौरान इस सड़क में विभिन्न मशीनों के माध्यम से नाप जोख का ही काम चल रहा है। सीमांकन का काम भी काफी पहले ही पूरा हो चुका है।
इस सड़क का काम देख रहे एनएचएआई कानपुर के परियोजना प्रबंधक नवीन मिश्रा ने बताया कि जल्द ही पर्यावरणीय अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है और यु़द्ध स्तर पर काम शु़रु कराकर निर्धारित समयावधि में ही काम पूरा कराने का प्रयास करेंगे। कहा कि उनका विभाग सड़क निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने में लगा हुआ है। उधर कंपनी के महाप्रबंधक ए.के.त्यागी ने उम्मीद जताई कि एक माह के अंदर केंद्र सरकार से पर्यावरण के संबंध में एनओसी मिल जाएगी।