महोबा। जिलाधिकारी डा. काजल ने ग्राम पंचायत के कार्यों में रुचि न लेने वाले ग्राम पंचायत विकास अधिकारियाें को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही समीक्षा बैठक में अनुपस्थित पाए जाने पर ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा। स्ट्रीट लाइटें दिन में जलती पाए जाने पर अधिशासी अधिकारी पर नाराजगी जताई।
जिलाधिकारी शनिवार को विकास भवन सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के मौके पर बोल रही थीं। उन्हाेंने कहा कि गेहूं क्रय केंद्राें का आकस्मिक निरीक्षण हर हालत में किया जाए। अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित अधिकारियाें, कर्मचारियाें के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्हाेंने बताया कि मान्यवर कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के अंतर्गत पूर्व में आवंटित किए गए आवासाें के लाभार्थी यदि आवास में निवास करते नहीं पाए गए तो उनका आवास निरस्त कर दिया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि मनरेगा का कार्य न करने वाली ग्राम पंचायताें की सूची बनाई जाए। जिले की आठ ग्राम सभाआें को माडल गांव बनाए जाने के लिए पूर्व में प्राप्त मानकाें के अनुसार समग्र विकास किया जाए। बुंदेलखंड पैकेज में आवंटित धनराशि का व्यय गुणवत्ता के साथ किया जाए। हैंडपंपाें की मरम्मत और रीबोर का कार्य युद्धस्तर पर किए जाने के निर्देश दिए। मनरेगा में महिलाआें की सहभागिता बढ़ाई जाए जिन ग्राम पंचायत विकास अधिकारियाें द्वारा कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है, उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के निर्देश दिए।
उन्हाेंने जिले के कब्रिस्तानाें को चिह्नत किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्हाेंने कहा कि प्रत्येक खंड विकास अधिकारी सप्ताह में दो ग्राम सभाआें का निरीक्षण कर आख्या मुख्यालय भेजेंगे। कोई नए कार्य प्रारंभ नहीं किए जाएंगे और न ही किसी तरह के टेंडर का प्रकाशन किया जाएगा।
उन्हाेंने दिन में स्ट्रीट लाइटें जलती पाए जाने पर नाराजगी जताई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वाईके उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी एके द्विवेदी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके कुरील, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितीश कुमार, उप जिलाधिकारी विंध्वासिनी राय, उप जिलाधिकारी पीके जैन, बीएसए गंगा सिंह राजपूत, जिला समाज कल्याण अधिकारी उमापति, उपनिदेशक कृषि जीसी कटियार, खनिज अधिकरी मुईनउद्दीन, जिला उद्यान अधिकारी अनीस श्रीवास्तव सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे।