महोबा। जिले में संचालित सरकारी गेहूं क्रय केंद्र की अव्यवस्थाआें को देखने के लिए अफसराें को फुर्सत नहीं है। केंद्राें में कहीं घटतौली तो कहीं बारदाना की समस्या के चलते खरीद बाधित होने से कृषक समर्थन मूल्य का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। परिणामत: क्रय केंद्राें के बजाए उपज खुले बाजार में औने पौने दामाें पर बेचने को मजबूर हैं जिसका लाभ बिचौलिए और आढ़तियों को मिल रहा है।
जिले में कृषकाें को सरकारी समर्थन मूल्य 1285 रुपए का लाभ किसानाें को दिलाने के लिए खोले गए 19 क्रय केंद्राें में से अधिकतर केंद्राें में अव्यवस्थाआें के चलते खरीद ठप हो गई है। क्रय केंद्राें की देखरेख की जिम्मेदारी संभालने वाले महकमे को सरकारी कार्यों से फुर्सत नहीं है। इसके चलते क्रय केंद्राें में अव्यवस्थाआें का आलम है। केंद्राें के दरवाजाें पर दो-दो दिन तक कृषक किराए का ट्रैक्टर लेकर दिन रात तौल के इंतजार में बिता रहे हैं अगर बारिश हो जाए तो उनकी उपज भी तबाह हो सकती है। उनके ठहरने का भी कोई इंतजाम किसी भी केंद्र में नहीं दिखता। किसान जय सिंह, रामप्रसाद, फूल सिंह का कहना है कि खरीद केंद्राें में तौलाई के नाम पर पल्लेदारी से लेकर पानी पिलाने वाले कर्मचारी का हिस्सा भी प्रति कुंतल में पांच किलो खुलेआम काटा जा रहा है। इसके अलावा 25 रुपए अलग से प्रति कुंतल लेने के साथ-साथ घटतौली अलग से की जा रही है। चरखारी के साधन सहकारी समिति क्रय केंद्र और खरेला के साथ-साथ अजनर के क्रय केंद्र में खरीद नहीं हो रही है। यहां उपज को ट्रैक्टराें में ले जाने वाले किसान दो टूक जवाब मिलने के कारण बाजार में औने पौने दामाें पर उपज बेचने को मजबूर हो जाते हैं।
खुले बाजार और आढ़त में व्यापारी 900-950 रुपए प्रति कुंतल के भाव से गेहूं खरीद रहे हैं जहां नगद भुगतान में दो प्रतिशत की कटौती अलग से कर रहे हैं। बुंदेलखंड में भरपूर हुई गेहूं की उपज का लाभ बिचौलियाें और आढ़तियाें के सहारे निजी कंपनियां भी ले रही हैं। सरकारी क्रय केंद्राें में जहां कृषकों की उपज में छन्ना लगाया जा रहा है। छन्ना न लगवाने पर प्रति कुंतल 5-10 किलो तक गेहूं की कटौती की जाती है। वहीं बिचौलिए और आढ़तियाें के यहां बेची जा रहे गेहूं का नमूना देखकर बगैर छानबीन किए ही औने पौने दामाें पर खरीदा जा रहा है। डिप्टी आरएमओ आरएस यादव ने बताया कि निगरानी के लिए एसडीएम और तहसीलदार लगाए गए हैं। घटतौली की कहीं कोई शिकायत नहीं मिली है। केंद्र में खरीद में होने वाली गड़बड़ियाें को डीएम ने ननौरा और श्रीनगर केंद्र पर निरीक्षण दौरान पाया था जहां के केंद्र प्रभारी को हटाकर कार्रवाई की गई है। इसके अलावा कुलपहाड़ में स्थित विपणन विभाग के क्रय केंद्र का संचालन न करने के कारण प्रभारी के विरुद्ध शासन को लिखा है।