कबरई (महोबा)। तीन माह बाद भी कसबे के उपभोक्ताओं को गैस की डिलेवरी न मिलने के कारण उपभोक्ताओं ने गैस एजेंसी में जमकर हंगामा काटा और जिला प्रशासन ने शिकायत पर भारत गैस का दफ्तर सीज कर दिया। डीएसओ ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के बाद एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसके बाद ही दफ्तर को चालू किया जाएगा।
कबरई कसबे में भारत गैस की एजेंसी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरवरी 2009 में भारत गैस प्रबंधन ने निरस्त कर बांदा की ओम भारत गैस सर्विस से इसे संबद्ध कर दिया था। बांदा के भारत गैस वितरक द्वारा ही गैस का वितरण कराया जाता था। गैस कब आई और कब वितरित हो गई स्थानीय लोगों को पता ही नहीं चल पाता था जिससे गैस उपभोक्ता काफी परेशान थे। हालात यह हैं कि यहां तीन तीन माह की बुकिंग में भी गैस का वितरण नहीं हो पा रहा था जबकि ब्लैक में गैस सिलेंडर आसानी से उपलब्ध थे। गैस की भीषण किल्लत से परेशान उपभेाक्ताओं ने चंद्रावल रोड के निकट गैस एजेंसी कार्यालय में एकजुट होकर जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की तब जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर नितीश कुमार और डीएसओ नीरज कनौजिया ने अपनी टीम के साथ एजेंसी में छापा डाला। वहां मौजूद गैस उपभोक्ताओं बसंत चौरसिया, देवेंद्र गुप्ता, राजेश कुमार, दिनेश गुप्ता ने बताया कि मार्च में बुक की गई गैस का वितरण आज तक नहीं कि या गया और आए दिन गैस कबरई में न बंाटकर सीधे बांदा भेज दी जाती है जिससे कबरई के उपभोक्ताओं की आपूर्ति प्रभावित होती है। साथ ही गैस की जमकर कालाबाजारी की जाती है आम उपभोक्ता गैस में लाइन में खड़ा रहता है और गैस समाप्त हो जाती है।
गैस उपभेाक्ताओं की शिकायत गंभीरता से सुनने के बाद एसडीएम श्री कुमार और डीएसओ श्री कनौजिया ने गैस वितरक के मोबाइल पर फोन लगाया जो नहीं उठा साथ ही एजेंसी के निकट रह रहे लोगों ने बताया कि यह दफ्तर भी महीने में यदा कदा ही खुलता है कैसे गैस वितरकों की समस्या का निराकरण होगा। उपभोक्ताओं के बयान और एजेंसी निरंतर बंद होने की खबर से नाराज अधिकारियों ने एजेंसी को सील कर दिया और कहा कि उच्च स्तरीय जांच के बाद एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हर हाल में कबरई के लोगों को गैस वितरण का उचित प्रबंध करने के लिए भारत गैस प्रबंधन को लिखा जाएगा ताकि यहां गैस की किल्लत को दूर किया जा सके।