श्रीनगर (महोबा)। ग्राम सिजवाहा में शतचंडी महायज्ञ के अवसर पर शोभायात्रा निकाली गई। इसमें महिलाएं सिर पर कलश रखकर धार्मिक गीत गाते हुए चल रही थीं। शोभयात्रा दौरान हाथी-घोड़े और बैंड बाजे भी साथ में चल रहे थे।
कलश यात्रा का शुभारंभ पूर्व माध्यमिक विद्यालय के पास अस्थाई रूप से बनाए गए यज्ञशाला से हुआ जिसका नेतृत्व मथुरा से आए कथा व्यास अरुण कुमार शास्त्री एवं यज्ञाचार्य ब्रह्मानंद गौतम ने किया।
शोभायात्रा में आगे हाथी घोड़े चल रहे थे। इस दौरान युवा भी बैंड बाजाें की धुनाें पर थिरकते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में महिलाएं सिर पर कलश रखकर धार्मिक गीत गा रही थी। शोभायात्रा गांव में भ्रमण करते हुए उर्मिल नदी तक गई जहां से कलशाें में जल भरा गया और वापस यज्ञस्थल पहुंचकर कलश यात्रा का समापन हुआ। विजय शास्त्री ने बताया कि रात में क्षेत्रीय कलाकाराें द्वारा रामलीला का मंचन भी किया जाएगा जो 27 मई तक चलेगा। 28 मई को भागवत कथा के समापन पर भंडारे का आयोजन होगा।